चंडीगढ़, जागरण ब्यूरो : प्रदेश में अध्यापकों ने दसवीं की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर दिया है। प्राध्यापक भी दस जमा दो की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के बहिष्कार की तैयारी में हैं। उनकी मंगलवार को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के सचिव के साथ वार्ता होगी। अध्यापकों और प्राध्यापकों के मुद्दे अलग-अलग हैं। प्रदेश भर में अध्यापकों ने दसवीं कक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य का यह कहते हुए बहिष्कार कर दिया कि फसली अवकाश में उनसे कार्य नहीं लिया जाना चाहिए। दसवीं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 9 अप्रैल से आरंभ हो गया है। फसली अवकाश 18 अप्रैल तक हैं। हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश मलिक के अनुसार अपनी इस मांग को लेकर मास्टरों ने हिसार, रोहतक, अंबाला, भिवानी, जींद और फतेहाबाद में प्रदर्शन भी किए हैं। उन्होंने मास्टरों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन करते हुए कहा कि उनके परिवार के साथ कार्यक्रम तय होते हैं। इसलिए अवकाश के दिनों में मास्टरों से काम लिए जाने का कोई औचित्य नहीं है। प्रदेश में दस जमा दो की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य 12 अप्रैल से आरंभ होना हैं। हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन के अध्यक्ष किताब सिंह मोर के अनुसार मूल्यांकन के लिए छह रुपये प्रति कापी दिए जा रहे हैं, जबकि सीबीएसई की एक उत्तर पुस्तिका की जांच के लिए 16 रुपये दिए जाते हैं। डीए भी लेक्चरार को 40 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मिलता है जबकि राजकीय कर्मचारियों को 250 से 300 रुपये प्रतिदिन डीए देने की व्यवस्था है।
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