जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय जुलाई से मेटा यूनिवर्सिटी शुरू करने जा रहा है। इसके लिए जामिया एकेडमिक काउंसिल से हरी झंडी भी मिल गई है। मेटा यूनिवर्सिटी में दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू), जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) और आइआइटी मिलकर काम करेंगे। इसमें दाखिला लेने वालों छात्रों के लिए विश्वविद्यालय की बाउंड्री की सीमा खत्म हो जाएगी। जामिया के कुलपति प्रो. नजीब जंग ने दैनिक जागरण को विशेष बातचीत में बताया कि मेटा यूनिवर्सिटी बनाने का मकसद शैक्षणिक ढांचे में परिवर्तन करने के साथ-साथ युवाओं को गुणवत्ता परक शिक्षा प्रदान करना है। छात्रों को चार-पांच विषयों में बांधने की बजाय उन्हें ज्ञान अर्जित करने की खुली छूट दी जाएगी। मेटा यूनिवर्सिटी में शुरू में डिप्लोमा स्तर का कोर्स पढ़ाया जाएगा, जिसमें इस वर्ष 40 से 50 छात्रों को दाखिला देने की योजना है। छात्रों को अपनी रुचि के अनुसार कला, वाणिज्य, विज्ञान, गणित और सूचना तकनीक से संबंधित विषय पढ़ने और शोध करने की आजादी होगी।