Friday, April 20, 2012

‘तीन रुपये’ पर अटकेगा 12वीं का रिजल्ट


हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा 12वीं कक्षा के मूल्यांकन के लिए प्रति छात्र 6 रुपये दिए जाने को लेकर हरियाणा स्कूल लेक्चरार एसोसिएशन ने एतराज जताया है। वीरवार को एसोसिएशन ने 9 रुपये प्रति उत्तर पुस्तिका जांचने की मांग करते हुए मूल्यांकन प्रक्रिया का बहिष्कार कर दिया। ऐसे में सिर्फ 3 रुपये के फेर में 12वीं के विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम लेट हो सकता है।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में बोर्ड द्वारा बनाए गए मूल्यांकन केंद्र में वीरवार को बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच करने वाले प्राध्यापकों ने प्रदेश कार्यकारिणी के आह्वान पर मूल्यांकन का बहिष्कार करते हुए शिक्षा बोर्ड से 9 रुपये प्रति कापी मांग को लेकर नारेबाजी की। वहीं बोर्ड के सचिव पर भी वायदा खिलाफी का आरोप लगाया है। मूल्यांकन का बहिष्कार करने वाले
हसला के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय मलिक, प्रमोद शर्मा, कर्मबीर तहलान, सतीश कुमार, नरेंद्र कुमार, अनिल जून और ऋषि सहरावत सहित कई प्राध्यापकों ने बताया कि प्राध्यापकों ने कई दिन पहले भी मूल्यांकन का बहिष्कार किया था। प्राध्यापकों ने 15 रुपये प्रति कापी पारिश्रमिक की मांग की थी। इसके बाद बोर्ड सचिव ने 9 रुपए प्रति कापी दिए जाने का आश्वासन दिया था। सचिव के आश्वासन के बाद ही प्रदेश भर में प्राध्यापकों ने 12वीं की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच शुरू कर दी थी। लेकिन वीरवार को बोर्ड की ओर से 6 रुपये प्रति कापी दिए जाने का पत्र जारी कर दिया। इसके चलते एक बार फिर प्राध्यापकों ने मूल्यांकन प्रक्रिया का बहिष्कार कर दिया है। उन्होंने बोर्ड को चेताया है कि जब तक उनका पारिश्रमिक नहीं बढ़ाया जाता है तब तक पूरे प्रदेश के प्राध्यापक उत्तर पुस्तिकाओं को नहीं जांचेंगे।
जींद। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा शुरू की गई बारहवीं कक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का बहिष्कार गुरुवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। मूल्यांकन कार्य के लिए बनाए गए केंद्रों पर प्राध्यापक नहीं पहुंचे और मूल्यांकन के लिए आई उत्तर पुस्तिकाएं ज्यों की त्यों पड़ी रही। बोर्ड की तरफ से अभी हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन से समाधान को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है।
हसला महासचिव राजबीर रेढू ने गुरुवार को बताया कि वीडियोग्राफी करवाने से उनकी कार्यप्रणाली पर शक किया जा रहा है जोकि सहन नहीं किया जा सकता। जब तक मूल्यांकन प्रक्रिया की वीडियोग्राफी बंद नहीं करवाई जाती और बढ़ा हुआ मानदेय नहीं दिया जाता तब तक उनका बहिष्कार जारी रहेगा।
सिरसा। हरियाणा स्कूल लेक्चरार एसोसिएशन के आह्वान पर बारहवीं की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की वीडियोग्राफी करवाने और बोर्ड की ओर से दिए जाने वाले मानदेय से संबधित पत्र जारी न करने पर शिक्षकों ने प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने रोष स्वरूप वीरवार को मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करते हुए शिक्षा विभाग के खिलाफ नारेबाजी की।
हसला के प्रांतीय अध्यक्ष किताब सिंह मोर ने बताया कि बोर्ड प्रशासन की ओर से उत्तर पुस्तिकाआें के मूल्यांकन केंद्राें की वीडियोग्राफी से जहां उत्तर पुस्तिकाआें की गोपनीयता भंग होती है वहीं बोर्ड प्रशासन का शिक्षकाें के प्रति अविश्वास व संदेह की भावना को व्यक्त करता है। उन्हाेंने कहा कि सीबीएसई सहित अन्य शिक्षा बोर्डों के द्वारा भी वीडियोग्राफी नहीं करवाई जाती। उन्हाेंने कहा कि बोर्ड प्रशासन से जब भी उत्तर पुस्तिकाआें का पारिश्रमिक बढ़ाने की मांग की जाती है तो बोर्ड के घाटे में चलने का तर्क दिया जाता है। अब मूल्यांकन केंद्राें की वीडियोग्राफी करवाकर लाखाें रुपये बर्बाद किए जा रहे है। उन्हाेंने बताया कि बोर्ड प्रशासन से 10 अप्रैल को हुए समझौते के अनुसार मूल्यांकन का पारिश्रमिक बढ़ाने का पत्र जारी किए जाने तथा वीडियोग्राफी का काम तुरंत बंद किए जाने की मांग की। उन्हाेंने कहा कि जब तक वीडियोग्राफी बंद नहीं होगी उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का बहिष्कार जारी रहेगा। इस अवसर पर महासचिव दलबीर सिंह, रामपाल सहरावत, ईश्वर लौरा, महीपाल पूनिया दयानंद शर्मा, हरबेल सिंह, बलविंद्र सिंह, रामदत्त, राजकुमार अरोड़ा, स्नेहलता, सतवंत कौर, आशारानी, पुष्पा रानी, संतोष देवी आदि शिक्षक मौजूद थे।