सर्व शिक्षा अभियान के तहत एक से आठवीं कक्षा तक दी जाने वाली किताबों को अभी तक स्कूल में नहीं भेजा गया है। ऐसे में करीब एक लाख विद्यार्थियों की शिक्षा पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
शैक्षिक सत्र 2012-13 को शुरू तो कर दिया गया लेकिन इस सत्र को लेकर शिक्षा अधिकारियों की तैयारियों की पोल खुल गई है क्योंकि 6 से 14 आयु वर्ग के प्रत्येक बच्चे को शिक्षित करने की योजना सरकार ने तैयार की है। इस योजना के तहत जिले में 255 प्राइमरी व 103 मिडिल स्कूलों में पढ़ने वाले करीब एक लाख बच्चों को सर्व शिक्षा अभियान के तहत मुफ्त किताबों का वितरण किया जाना था लेकिन शिक्षा विभाग की ओर से अभी तक विद्यार्थियों के पास यह किताबें नहीं भेजी जा सकी है। विभागीय जानकार बताते हैं कि यह किताबें इस माह वितरित नहीं हो पाएंगी। क्योंकि शिक्षा विभाग की ओर से किताबों को स्कूल तक भेजने के लिए दिया जाने वाले ट्रांसपोटेशन का टेंडर जारी ही नहीं हो सका है। जिससे यह प्रक्रिया आज की तिथि में शुरू होने पर अगले माह तक ही पूरी की जा सकेगी। स्कूलों में ये किताबें 31 मार्च तक हर हाल में पहुंचाई जानी थी।
हरियाणा प्राथमिक शिक्षक संघ जिला अध्यक्ष चतर सिंह ने बताया कि स्कूलों में किताब भेजने की गति प्रति वर्ष इसी प्रकार रहती है। पढ़ाई के नाम पर अधिकारी शिक्षकों पर ही टीकरा फोड़ देते है। अब विभाग ने शिक्षकों के सामने बिना किताब शिक्षित करने की चुनौती खड़ी कर दी है। सर्व शिक्षा अभियान की जिला परियोजना संयोजक आलोक दीप सक्सेना का कहना है कि अभी तक उनके पास संपूर्ण किताब आने की जानकारी चंडीगढ़ से नहीं आई है। जब सूचना आ जाएगी तो परिवहन की व्यवस्था कर स्कूलों को किताबें भेज दी जाएगी। उन्होंने बताया कि अगले माह तक किताबें स्कूलों को उपलब्ध हो जाएंगी। बुक डिपो इंचार्ज बच्चू सिंह ने बताया कि किताबें बुक डिपो पर उपलब्ध है। केवल एक दो सेट नहीं आएं है। जो जल्द ही उपलब्ध हो जाएंगे। किताब उठाने की सूचना एसएसए डीपीसी को मार्च के शुरुआत में भेज दी गई थी लेकिन अभी तक किताबों को डिपो से नहीं उठवाया गया है।
शैक्षिक सत्र 2012-13 को शुरू तो कर दिया गया लेकिन इस सत्र को लेकर शिक्षा अधिकारियों की तैयारियों की पोल खुल गई है क्योंकि 6 से 14 आयु वर्ग के प्रत्येक बच्चे को शिक्षित करने की योजना सरकार ने तैयार की है। इस योजना के तहत जिले में 255 प्राइमरी व 103 मिडिल स्कूलों में पढ़ने वाले करीब एक लाख बच्चों को सर्व शिक्षा अभियान के तहत मुफ्त किताबों का वितरण किया जाना था लेकिन शिक्षा विभाग की ओर से अभी तक विद्यार्थियों के पास यह किताबें नहीं भेजी जा सकी है। विभागीय जानकार बताते हैं कि यह किताबें इस माह वितरित नहीं हो पाएंगी। क्योंकि शिक्षा विभाग की ओर से किताबों को स्कूल तक भेजने के लिए दिया जाने वाले ट्रांसपोटेशन का टेंडर जारी ही नहीं हो सका है। जिससे यह प्रक्रिया आज की तिथि में शुरू होने पर अगले माह तक ही पूरी की जा सकेगी। स्कूलों में ये किताबें 31 मार्च तक हर हाल में पहुंचाई जानी थी।
हरियाणा प्राथमिक शिक्षक संघ जिला अध्यक्ष चतर सिंह ने बताया कि स्कूलों में किताब भेजने की गति प्रति वर्ष इसी प्रकार रहती है। पढ़ाई के नाम पर अधिकारी शिक्षकों पर ही टीकरा फोड़ देते है। अब विभाग ने शिक्षकों के सामने बिना किताब शिक्षित करने की चुनौती खड़ी कर दी है। सर्व शिक्षा अभियान की जिला परियोजना संयोजक आलोक दीप सक्सेना का कहना है कि अभी तक उनके पास संपूर्ण किताब आने की जानकारी चंडीगढ़ से नहीं आई है। जब सूचना आ जाएगी तो परिवहन की व्यवस्था कर स्कूलों को किताबें भेज दी जाएगी। उन्होंने बताया कि अगले माह तक किताबें स्कूलों को उपलब्ध हो जाएंगी। बुक डिपो इंचार्ज बच्चू सिंह ने बताया कि किताबें बुक डिपो पर उपलब्ध है। केवल एक दो सेट नहीं आएं है। जो जल्द ही उपलब्ध हो जाएंगे। किताब उठाने की सूचना एसएसए डीपीसी को मार्च के शुरुआत में भेज दी गई थी लेकिन अभी तक किताबों को डिपो से नहीं उठवाया गया है।
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