Thursday, April 26, 2012

अब बच्चे की स्कूल फीस चुकाने के लिए भी लोन की सुविधा

स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद ने पिछले साल 12 सौ करोड़ रुपए के कर्ज बांटे। इसमें से तीन सौ करोड़ रुपए के कर्ज स्कूल फीस लोन के तौर पर थे। इसी तरह सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में 2008-09 में स्कूल फीस चुकाने के लिए कर्ज लेने को 105 आवेदन मिले। इनकी संख्या 2011-12 में बढ़कर 1,100 हो गई। 
मतलब साफ है। बच्चे के स्कूल की भारी-भरकम और लगातार बढ़ रही फीस चुकाने के लिए अब लोगों को चिंता की जरूरत नहीं है। कर्ज के प्रस्ताव के साथ बैंक आपकी मदद को तैयार हैं। ठीक वैसे ही जैसे बच्चों की उच्च
शिक्षा के लिए कर्ज दिया जाता है। हालांकि अभी स्कूल फीस लोन बहुत लोकप्रिय नहीं है। फिर भी शुरुआत तो हो ही चुकी है। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के जनरल मैनेजर राम सांगापुरे कहते हैं, 'ऐसे लोन की मांग तेजी से बढ़ रही है। स्कूलों की बढ़ती फीस लोगों को मजबूर कर रही है कि वे हमारे पास कर्ज के लिए आएं।' स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद के एक अधिकारी के मुताबिक, 'हम स्कूल फीस के लिए लोन की सुविधा का प्रचार तेज कर रहे हैं। पिछले कुछ साल में इस क्षेत्र में काफी वृद्धि देखी गई है।'