Monday, May 28, 2012

अब आवेदन में बाधा नहीं बनेगा लेट रिजल्ट


चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय व इससे संबंधित कॉलेजों में एडमिशन के लिए आवेदन करने में रिजल्ट लेट बाधा नहीं बनेगा। यूनिवर्सिटी की एडमिशन संबंधित नियमावली बनाने के लिए गठित सब कमेटी के सुझाव पर वीसी ने इस निर्णय पर मुहर लगा दी है। इसके चलते बोर्ड या किसी विश्वविद्यालय की गलती से रिजल्ट लेट होने की दशा में विद्यार्थियों को नए शैक्षणिक सत्र में एडमिशन लेने में दिक्कत नहीं आएगी।
वहीं एडमिशन होने के बाद किसी कारणवश कॉलेज छोडऩे की स्थिति में फीस वापसी के नियमों में भी ढिलाई देते हुए विद्यार्थियों को सहुलियत देने का प्रयास किया गया है। इसके तहत एडमिशन के बाद अगर कोई विद्यार्थी कक्षाएं शुरू होने से पहले कॉलेज छोडऩा चाहता है तो 1000 रुपये काटकर उसकी जमा फीस वापस कर दी जाएगी। इसके अलावा कक्षाएं शुरू होने के बाद भी विद्यार्थी के कॉलेज छोडऩे में प्रशासन फीस देने में आनाकानी नहीं करेगा। यूनिवर्सिटी ने निर्देश दिए हैं कि कक्षाएं शुरू होने के बाद भी जब विद्यार्थी कॉलेज छोड़ रहा है तो उस समय तक के समयावधि की वार्षिक फीस के अनुपात में औसत फीस काटकर (कम से कम 1000 रुपये) बकाया जमा फीस लौटा दी जाए।


सीडीएलयू का निर्देश

सीडीएलयू के रजिस्ट्रार डॉ. मनोज सिवाच ने कहा कि रिजल्ट लेट होने के कारण विद्यार्थियों को एडमिशन में दिक्कत आती थी जिसके मद्देनजर ही निर्णय लिया गया है। विद्यार्थियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए ही कॉलेज छोडऩे की दशा में फीस वापसी के नियमों को स्पष्ट किया है ताकि कोई कॉलेज अपने आर्थिक हित के चक्कर में विद्यार्थियों को परेशान न करे। नए नियम एडमिशन के लिए गठित सब कमेटी के सुझाव पर तय किए गए हैं जिन पर वीसी की मुहर लग चुकी है।

किसी विद्यार्थी का अगर बोर्ड या यूनिवर्सिटी की तरफ से रिजल्ट घोषित करने में देरी की जाती है और उस दौरान आगामी कक्षा में एडमिशन प्रक्रिया शुरू हो जाती है तो रिजल्ट लेट उसके लिए आवेदन प्रक्रिया में बाधा नहीं बनेगा। उक्त विद्यार्थी बिना मार्कशीट लगाए भी एडमिशन के लिए आवेदन कर सकेगा। इसके बाद मेरिट लिस्ट लगने के एक दिन पहले तक भी अगर रिजल्ट आ गया तो बाकायदा मेरिट लिस्ट बनाते समय उसके आवेदन को शामिल किया जाएगा। यही नहीं अगर रिजल्ट दूसरी या तीसरी मेरिट लिस्ट के पास जाकर होता है तो भी आवेदन को मेरिट बनाने में शामिल किया जाएगा।

पहले आती थीं दिक्कतें

ञ्च रिजल्ट लेट होने की सूरत में विद्यार्थी एडमिशन के लिए आवेदन कर भी देता तो बिना रिजल्ट व नंबरों के किसी भी स्तर पर उसके आवेदन पर मेरिट बनाते समय विचार नहीं किया जाता था।

ञ्च किसी बोर्ड या यूनिवर्सिटी की गलती की वजह से रिजल्ट होने का खामियाजा विद्यार्थियों को एडमिशन न होने के तौर पर भुगतना पड़ता।

ञ्चवहीं अगर किसी कारणवश कोई कॉलेज छोडऩा चाहता था तो प्रशासक फीस वापसी करने में दिक्कत करते हुए रोड़ा अटकाते थे जिसकी अनेक शिकायतें भी आई।

सब कमेटी में ये थे शामिल

एडमिशन सब कमेटी में यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ डीन प्रो. सुरेश गहलावत, नेशनल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. सुमन गुलाब, जेसीडी शिक्षण महाविद्यालय के डॉ. जयप्रकाश हुड्डा व सीएमके गल्र्स कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. विजय तोमर शामिल थी। इस कमेटी ने ही एडमिशन में बदलाव संबंधित कुछ सुझाव दिए थेे।

असाइनमेंट की तिथि बढ़ाई

विवि के डिस्टेंस विभाग से विभिन्न कोर्सों में पढ़ रहे विद्यार्थियों की मांग पर विश्वविद्यालय ने असाइनमेंट्स व प्रेक्टिकल जमा करवाने की तिथि 15 जून कर दी है। प्रो. सुलतान सिंह ने बताया कि असाइनमेंट्स जमा करवाने की अंतिम तिथि पहले 30 मई थी।

5 को शैक्षणिक परिषद की बैठक

चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के शैक्षणिक परिषद की बैठक 5 जून को होगी। पहले यह बैठक 29 मई को होनी प्रस्तावित थी। विवि के डीपीआर डॉ. दिलबाग सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि कार्यकारी परिषद की बैठक पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 29 मई को ही होगी।