Tuesday, May 8, 2012

प्रमाण पत्र नहीं मिले तो कैसे मिले नौकरी

प्रदेश के दस हजार पदक विजेता खिलाडिय़ों को खेल विभाग ने प्रमाण पत्र नहीं मुहैया करवाए हैं। इससे उनको नौकरी, स्कूल, कालेज के दाखिलों में रियायत व स्कॉलरशिप से वंचित रहना पड़ रहा है। 
खिलाड़ी सात महीने से प्रमाण पत्र के लिए खेल विभाग के चक्कर काट रहे हैं। अधिकारियों का एक ही जवाब होता है कि जल्द ही प्रमाण पत्र दे दिए जाएंगे। पंचकूला में 2 से 5 तक हरियाणा राज्य महिला खेल उत्सव और गुडग़ांव में 22 से 24 अक्टूबर 2011 तक हरियाणा राज्य खेल उत्सव करवाया गया था। इसके अलावा रोहतक में अंडर-16 पाइका के तहत राज्य स्तरीय चैंपियनशिप करवाई गई थी। इन तीन प्रतियोगिताओं में दस हजार से ज्यादा खिलाडिय़ों ने शिरकत किया था। इनमें में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान के साथ प्रतिभागियों के भी प्रमाण पत्र खेल विभाग में अटके हुए हैं। 



॥खिलाडिय़ों का प्रमाण पत्र हक है। इसी के बूते वे नौकरी पा सकते हैं। खेल विभाग समय पर प्रमाण पत्र न देकर खिलाडिय़ों का अहित कर रहा है। ऐसा नहीं होना चाहिए। राजकुमार मिटान, कार्यकारी सचिव, हरियाणा एथलेटिक्स संघ 

॥हरियाणा राज्य खेल उत्सव के पदक विजेता खिलाडिय़ों के प्रमाण पत्र जल्द ही बनवा दिए जाएंगे। इनको जिलेवार खेल विभाग के माध्यम से खिलाडिय़ों तक पहुंचाया जाएगा। ओपी सिंह, खेल निदेशक हरियाणा 

प्रदेश सरकार ने नौकरियों में खिलाडिय़ों का तीन प्रतिशत का कोटा निर्धारित कर रखा है। इसमें से मेरिट के हिसाब से खिलाड़ी को नौकरी दी जाती है। पहले अंतरराष्ट्रीय, फिर राष्ट्रीय और उसके बाद स्टेट में पदक विजेता खिलाड़ी को नौकरी में तरजीह मिलती है। इसी तरह से स्टेट व यूनिवर्सिटी में पदक विजेता खिलाड़ी को स्कॉलरशिप दी जाती है। स्कूल व कालेज में पदक प्राप्त खिलाड़ी को दाखिला व फीस में भी छूट मिलती है।