आने वाले वर्षो में मेडिकल की पढ़ाई को इच्छुक छात्रों की चांदी रहेगी। सरकार मेडिकल कॉलेजों में दाखिला के लिए सीटें दोगुनी करने जा रही है। वर्ष 2021 तक सरकार एमबीबीएस की सीटें 80 हजार और स्नातकोत्तर की 45 हजार करने का लक्ष्य हासिल करना चाहती है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि इसका मकसद दो हजार मरीजों पर एक डॉक्टर के वर्तमान अनुपात को बढ़ाकर हजार मरीजों पर एक डॉक्टर का अनुपात हासिल करना भी है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने 2021 तक एमबीबीएस पाठ्यक्रम में 38 हजार 431 और स्नातकोत्तर में 22 हजार 806 सीटें जोड़ने का लक्ष्य रखा है। स्वास्थ्य मामलों पर संसदीय सलाहकार समिति की सोमवार को हुई बैठक में अधिकारियों ने यह जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद की अध्यक्षता में यह बैठक देश में चिकित्सा क्षेत्र की आधारभूत संरचना की स्थिति पर विचार-विमर्श करने के लिए आयोजित की गई थी। अभी देश के 335 मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 41 हजार 569 व
स्नातकोत्तर की 22 हजार 194 सीटें हैं। अधिकतर मेडिकल कॉलेज व सीटें दक्षिण और पश्चिमी राज्यों में हैं जहां मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे मध्य भारत के राज्यों को नाम मात्र की सुविधा मिल रही है। मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, 66 फीसद मेडिकल कॉलेज और 69 फीसद एमबीबीएस सीटें केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और गोवा में हैं।
स्नातकोत्तर की 22 हजार 194 सीटें हैं। अधिकतर मेडिकल कॉलेज व सीटें दक्षिण और पश्चिमी राज्यों में हैं जहां मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे मध्य भारत के राज्यों को नाम मात्र की सुविधा मिल रही है। मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, 66 फीसद मेडिकल कॉलेज और 69 फीसद एमबीबीएस सीटें केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और गोवा में हैं।