Thursday, June 7, 2012

प्रदेश के 21 पॉलीटेक्निक कॉलेजों के 98 प्रतिशत विद्यार्थी फेल

सुविधाओं के नाम पर छात्रों से हजारों रुपए वसूलने वाले प्राइवेट पॉलीटेक्निक कॉलेजों की असलियत सामने आ गई है। इन कॉलेजों ने लुभावने वादे कर छात्रों का एडमिशन तो कर लिया, लेकिन पढ़ाई के नाम पर छात्रों को कोई सुविधा नहीं दी गई। हालात यह है कि प्रदेश भर से 21 कॉलेज ऐसे हैं, जिनका वार्षिक परीक्षा परिणाम दो प्रतिशत से भी कम रहा है। विभाग ने इन कॉलेजों की लिस्ट अपनी वेबसाइट 'एचएससीएस डॉट ओआरजी' पर जारी की है। 
प्रदेश में 187 सरकारी और प्राइवेट पॉलीटेक्निक कॉलेज हैं। इन कॉलेजों में विभाग द्वारा 57 हजार 595 सीटें स्वीकृत हैं। हालांकि इन सीटों में से 14023 सीटें रिक्त हैं, लेकिन फिर भी इस बार का वार्षिक परीक्षा परिणाम काफी निराशाजनक रहा। इसमें हिसार के एक पॉलीटेक्निक कॉलेज सहित प्रदेश के 21 ऐसे प्राइवेट कॉलेज हैं, जिसका सबसे अधिक खराब प्रदर्शन रहा। इसमें सर्वाधिक पांच कॉलेज महेंद्रगढ़ जिले से हैं। इसके अलावा कुरुक्षेत्र से तीन, पलवल, मेवात और कैथल से दो-दो और अंबाला, करनाल, जींद, यमुनानगर, फरीदाबाद और फिरोजपुर से एक-एक कॉलेज शामिल हैं। प्रदेश में प्राइवेट तकनीकी संस्थाओं में 1.34 लाख से भी अधिक सीटें स्वीकृत हैं। 
लेकिन छात्रों की संख्या कम होने के कारण इन सीटों में से एक तिहाई सीटें खाली पड़ी हैं।