बोर्ड अब यह काउंसलिंग शीघ्र ही दोबारा से करेगा। एसएफआई ने इसे अपने संघर्ष की जीत माना है। यहां उल्लेखनीय होगा कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने डीएड छात्रों के लिए इस साल से 2 साल के अतिरिक्त एक वर्ष की इन्र्टनशिप शुरू की थी। इसका छात्रों ने विरोध करना शुरू कर दिया था। शिक्षा बोर्ड ने 6 जुलाई से लेकर 10 जुलाई तक ऑनलाईन काउंसलिंग के लिए छात्रों से विकल्प मांगे थे। जिस पर छात्रों ने विकल्प दिए थे।
बोर्ड द्वारा छात्रों को कई किलोमीटर दूर स्कूल सैंटर अलाट किए गए जिसके बाद छात्रों ने विरोध करते हुए बोर्ड मुख्यालय पहुंचकर हंगामा किया था।
आज सुबहै प्रदेश भर से पहुंचे सैंकड़ों छात्रों ने बोर्ड परिसर में जमकर बवाल काटा था,जिसके बाद बोर्ड अधिकारी सकते में आ गए तथा आनन-फानन में बैठक बुलाई। बोर्ड सचिव डी के बेहरा की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में काउंसलिंग रद्द करने का फैसला लिया गया।
बोर्ड सचिव बेहरा के अनुसार इन्टर्नशिप को रद्द नहीं किया गया है। केवल काउंसलिंग को रद्द किया गया है। अब काउंसलिंग दोबारा से की जाएगी। उन्होंने कहा कि बोर्ड को कई छात्रों की शिकायतें मिली थीं, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया। बोर्ड अधिकारियों ने नये सिरे से काउंसलिंग के लिए फार्मूला तैयार किया गया है। इसके तहत छात्रा को उसकी पसंद के ब्लाक व छात्र को उसके पसंद के जिले में स्कूल सैंटर अलाट किया जाएगा।
उधर, एसएफआई के प्रदेश महासचिव क्रांति ने बताया कि बोर्ड द्वारा काउंसलिंग रद्द करना उनके संघर्ष की जीत है। अगर बोर्ड ने इन्र्टनशिप के फैसले को भी वापिस नहीं लिया तो वे आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
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