हरियाणा लोक सेवा आयोग द्वारा विभिन्न विषयों के लिए गए स्क्रीनिंग टेस्ट में भावी शिक्षकों की पोल खुल गई। भावी शिक्षक बनने वाले अधिकतर उम्मीदवार स्क्रीनिंग टेस्ट में दस अंक तक भी नहीं ले पाए। यही नहीं कई उम्मीदवार तो जीरो पर ही अटक गए, यानी उन्होंने किसी सवाल का सही जवाब ही नहीं दिया। हरियाणा लोक सेवा आयोग ने वर्ष 2009 में स्कूल कैडर लेक्चरर की भर्ती के लिए आवेदन मांगे थे। इन पदों की भर्ती के लिए आयोग द्वारा वर्ष 2010 के दौरान स्क्रीनिंग टेस्ट लिए गए थे। इसके बाद स्क्रीनिंग टेस्ट के परिणाम आने शुरू हुए तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। काफी चौकाने वाले परिणाम रहे। लेBरर बनने के लिए जिन उम्मीदवारों ने स्क्रीनिंग टेस्ट दिया, वह टेस्ट पास करना तो दूर 100 में से 10 अंक भी नहीं ले सके। अधिकतर उम्मीदवारों को शून्य ही मिले। अधिकतर नहीं हो पाए पास ¨हदी, राजनीति शास्त्र व अंग्रेजी विषयों में छह उम्मीदवारों ने शून्य अंक हासिल किया। इसका अर्थ है कि ये उम्मीदवार एक भी सवाल का जवाब सही नहीं दे पाए। इसी तरह सात उम्मीदवार ऐसे रहे, जो कुल 100 में से मात्र एक अंक ही हासिल कर पाए। पांच उम्मीदवारों का स्कोर दो से तीन तक रहा। 28 उम्मीदवारों ने चार से नौ अंक हासिल किए। जिन उम्मीदवारों के शून्य से 10 अंक आए हैं, उनमें से अधिकतर अतिथि अध्यापक हैं। अब क्या ऐसे अध्यापक बच्चों का बेड़ा पार लगा पाएंगे। गेस्ट टीचरों की बेकडोर इंट्री करने के फेर में थी तो कुछ लोग इसके खिलाफ पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में चले गए थे। सुनवाई के दौरान हाइर् कोर्ट द्वारा गेस्ट टीचरों को भर्ती में किसी तरह की छूट देने से साफ इन्कार कर दिया था
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