मुजफ्फरपुर, जासं : छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए ऋण प्राप्त करने के लिए अब पैन कार्ड बनवाना जरूरी होगा। भारतीय स्टेट बैंक ने शिक्षा ऋण के लिए छात्रों के नाम से पैन कार्ड का होना अनिवार्य कर दिया है। दरअसल बैंक ने ऋण वसूली में आ रही दिक्कतों व बढ़ते नन परफार्मिग एसेट को देखते हुए यह कदम उठाया है। इसके तहत ऋण लेने वाले छात्रों और उनके अभिभावक दोनों को पैन कार्ड देना होगा। बैंक के उच्चपदस्थ सूत्रों का कहना है कि पढ़ाई पूरी होने पर छात्र नौकरी करने लगते हैं। नौकरी के दौरान होम लोन, कार लोन सहित अन्य प्रकार का ऋण लेने लगते हैं। इस तरह वे शिक्षा ऋण देने में लापरवाही बरतने लगते हैं। इससे ऋण वसूली में परेशानी उठानी पड़ती है। यहीं नहीं कोई छात्र किसी बैंक से ऋण ले लेता है तो उसे बिना चुकता किए दूसरे बैंक से कोई ऋण नहीं ले सकेगा। सभी बैंकों के एनपीए एकाउंट को सिविल डाटा में डाला जाएगा। कोई भी बैंक किसी नए छात्र को ऋण देने से पहले सिविल डाटा में पैन नंबर डालकर जानकारी प्राप्त करेगा। किसी छात्र पर किसी बैंक का शिक्षा ऋण बकाया है तो इसके बारे में जानकारी मिल जाएगी। ऐसी स्थिति उनके लिए किसी दूसरे बैंक से ऋण लेना मुश्किल होगा।
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