Tuesday, April 17, 2012


जिला शिक्षा अधिकारियों को दिए निर्देश 
डीपीआई ने शुरू की जांच, विधानसभा चुनाव से पहले हुए फर्जीवाड़े पर आला अधिकारियों ने साधी चुप्पी 
पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार ने चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले शिक्षा विभाग में विभिन्न विषयों के लिए अध्यापकों की भर्ती की नोटिफिकेशन जारी की थी। अब शिक्षा विभाग में अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। इस प्रक्रिया के दौरान कुछ जिलों से कुछ अध्यापकों को जाली नियुक्ति पत्र देकर भर्ती किए जाने का मामला सामने आया है। जब ये अध्यापक जॉइनिंग करने पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि उनकी भर्ती के बारे में विभाग को कोई जानकारी नहीं है। इस पर वे चंडीगढ़ स्थित डीपीआई स्कूल्स के हेडक्वार्टर में जानकारी लेने पहुंचे तो विभाग में हड़कंप मच गया। डीपीआई स्कूल्स अवतार चंद शर्मा ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। बताया गया कि इन अध्यापकों से दो-दो लाख रुपये लेकर उन्हें जाली नियुक्ति पत्र सौंप दिए थे। इस बारे में विभाग के आला अधिकारी फिलहाल चुप्पी साधे हैं। फिलहाल ऐसे करीब एक दर्जन मामले सामने आए हैं।

डीपीआई स्कूल्स ने विभिन्न जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जो भी अध्यापक जॉइनिंग करने आता है, उसके डॉक्युमेंट्स की पूरी जांच की जाए और इस बारे में जानकारी डीपीआई स्कूल्स को भी भेजी जाए। अपॉइंटमेंट लेटर की फोटोस्टेट कॉपी भी अपने पास रखी जाए, ताकि जरूरत पडऩे पर उसकी जांच की जा सके।

विभाग की प्राथमिक जांच के दौरान अगर यह मामला बड़ा निकलता है तो इसकी जांच विजिलेंस को भी सौंपी जा सकती है। उसके बाद जाली दस्तावेज तैयार करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करेगा। यह भी पता लगाया जाएगा कि शिक्षा विभाग के अधिकारी शामिल हैं या कोई और।

:चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले शिक्षा विभाग में विभिन्न विषयों के लिए अध्यापकों की भर्ती की नोटिफिकेशन जारी की थी।

: बताया गया कि इन अध्यापकों से दो-दो लाख रुपये लेकर उन्हें जाली नियुक्तिपत्र सौंप दिए थे। 

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