हरियाणा स्कूल लेक्चरर्ज एसोसिएशन (हसला) ने हरियााणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा बारहवीं की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य की वीडियोग्राफी कराए जाने पर कड़ा एतराज जताया और इसे बंद करने की मांग की है। साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि यदि बोर्ड प्रशासन ने इसे बंद नहीं किया तो प्राध्यापक मूल्यांकन का कार्य नहीं करेंगे। हसला के प्रांतीय अध्यक्ष किताब सिंह मोर तथा महासचिव दलबीर पंघाल ने सोमवार को यहां कहा कि शिक्षा बोर्ड की कार्यप्रणाली से प्राध्यापकों में
बेहद रोष है। बोर्ड प्रशासन का यह कदम प्राध्यापकों के प्रति अविश्र्वास व संदेह की मानसिकता का द्योतक है। प्राध्यापक पूरी ईमानदारी से मूल्यांकन कर रहे हैं तो बोर्ड को वीडियोग्राफी की जरूरत क्यों पड़ी। विश्र्वविद्यालयों तथा सीबीएसई द्वारा भी पूरे प्रदेश में स्थल मूल्यांकन की वीडियोग्राफी नहीं कराई जाती।
बेहद रोष है। बोर्ड प्रशासन का यह कदम प्राध्यापकों के प्रति अविश्र्वास व संदेह की मानसिकता का द्योतक है। प्राध्यापक पूरी ईमानदारी से मूल्यांकन कर रहे हैं तो बोर्ड को वीडियोग्राफी की जरूरत क्यों पड़ी। विश्र्वविद्यालयों तथा सीबीएसई द्वारा भी पूरे प्रदेश में स्थल मूल्यांकन की वीडियोग्राफी नहीं कराई जाती।
0 comments
Post a Comment
Note: Only a member of this blog may post a comment.