आगामी 13 मई को 41 हजार शिक्षकों के पदों के लिए होने वाली शिक्षक भर्ती परीक्षा
विवादों की भेंट चढ़ने को है।परीक्षा को आरपीएससी से कराने और टेट परीक्षाएं पहले कराने की
मांग के साथ शुरू से ही चर्चाओं में रही इस परीक्षा को अब सही समय पर कराने की चुनौती परिषदों
के सामने हैं। तैयारियां बता रही हैं कि शायद परीक्षाओं की तिथि आगे बढ़ानी पड़े। गौरतलब है कि
इससे पहले शिक्षक भर्ती परीक्षाएं आरपीएससी से ही कराई जाती रही हैं, जिनमें विवादों की गुंजाइश
कम ही रहती थी। इस बार तमाम आशंकाओं के बीच जिला परिषद यह जिम्मेदारी उठा रही है।
सिलेबस को लेकर भी जारी है गड़बड़ी
शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर डाला गया सिलेबस भी विवाद पैदा कर रहा है। साइट पर डाले गए
शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर डाला गया सिलेबस भी विवाद पैदा कर रहा है। साइट पर डाले गए
सिलेबस में दो सौ नंबर का पेपर डाला गया है। इन दो सौ नंबरों में 80 नंबर जीके (सामान्य ज्ञान)
और अन्य विष्ायों के हैं। विवाद 120 नंबरों का चल रहा है। इन 120 नंबरों को लेकर किसी भी
विष्ाय में बारहवीं कक्षा तक सवाल पूछा जा सकता है। जबकि एक-एक विष्ाय की किताबों की
संख्या ही आठ से दस तक है।
परीक्षा होने से पहले बची है इतनी प्रक्रिया
3 मई को परीक्षा होने से पहले अभी जिला परिष्ादों के सामने कई सारी तैयारियों को पूरी करने की
परीक्षा होने से पहले बची है इतनी प्रक्रिया
3 मई को परीक्षा होने से पहले अभी जिला परिष्ादों के सामने कई सारी तैयारियों को पूरी करने की
चुनौती है। दस अप्रैल को फार्म भरने की आखिरी तारीख थी। अब जिला परिष्ादों के सामने परीक्षा
केंद्र तैयार करना, वीडियोग्राफी कराना, परीक्षाओं के लिए ऑन लाइन आवेदन जारी करने समेत अ
न्य कई काम बाकी हैं। गौरतलब है कि साइट पर अतिरिक्त भार होने के कारण साइट तीन बार पहले
भी हैंग हो चुकी है। यही कारण था कि परीक्षा का आवेदन करने की तारीख पहले दो अप्रैल थी। उसके
बाद आठ अप्रैल की गई और बाद में बढ़ा कर दस अप्रैल कर दी गई