एचएयू ने 2.30 लाख का बजट किया मंजूर, दी जाएगी स्कॉलशिप
एचएयू में काम करने वाले अनुसूचित जाति के कर्मचारी अपने बच्चों के लिए किताबें कापियां आसानी से खरीद सकेंगे। इसके लिए विश्वविद्यालय ने 2.30 लाख रुपए का बजट मंजूर किया है।
तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के बच्चों को शिक्षित बनाने के उद्देश्य से उन्हें स्कॉलरशिप भी दी जाएगी। इसके लिए 1.30 लाख रुपए का बजट रखा गया है। यह लाभ कक्षा पांच से 12 तक के विद्यार्थियों को मिलेगा। योजना वर्ष 2012 से 13 के लिए है।
कुलसचिव डॉ. एसएस दहिया ने इस बारे में पत्र जारी किया है। पत्र के मुताबिक, अनुसूचित जाति के कर्मचारी अपने बच्चों के लिए किताबें कापियां खरीद सकते हैं। यह लाभ केवल दो बच्चों के लिए है। यदि दो से अधिक बच्चे हैं तो दो बड़े बच्चों को लाभ दिया जाएगा। अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र और किताब कॉपियों का बिल विभाग में जमा कराने के बाद राशि का भुगतान किया जाएगा।
सराहनीय है एचएयू प्रशासन का प्रयास
एचएयू गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के सचिव और एससी एसटी एम्पलाइज फैडरेशन के पूर्व प्रधान आरके गंगवानी ने विश्वविद्यालय के इस फैसले को कर्मचारी हित में बताया है।
इस सराहनीय प्रयास से पिछड़ों को प्रोत्साहन मिलेगा। आरक्षित वर्ग के बच्चे भी ठीक से पढ़ सकेंगे।
ये मिलेगा किताब खर्च
किताब कॉपियों के लिए कक्षा पांच से नौ तक लड़कों को एक हजार रुपए और लड़कियों को 1500 रुपए दिए जाएंगे। कक्षा दस से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए 1500 से 2250 रुपए दिए जाएंगे।