प्राध्यापकों की हड़ताल के चलते 12वीं के परीक्षा परिणाम में हो रही देरी को लेकर अब शिक्षा बोर्ड सख्त हो गया है। बोर्ड ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे 11 मई तक पेपर चेकिंग का कार्य पूरा करवाएं। केवल दो दिन में मूल्यांकन कार्य पूरा कराना विभाग के लिए सिरदर्द बन गया है।
शिक्षा बोर्ड ने 12वीं की उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन के लिए जाट सीनियर सेकंडरी स्कूल में सेंटर बनाया था। यहां पर विभिन्न विषयों की 50 हजार से भी अधिक उत्तर पुस्तिकाएं जांची जानी थी। यह कार्य 30 अपै्रल तक पूरा किया जाना था। लेकिन मूल्यांकन कार्य के लिए लगाए गए प्राध्यापक विभिन्न मांगों को लेकर 17 अपै्रल से हड़ताल पर चले गए। इसके चलते करीब दस दिन यह कार्य बाधित रहा। इसका असर परीक्षा परिणाम पर पड़ा है। इसके चलते छात्रों को आगामी कक्षाओं में एडमिशन लेने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। अब शिक्षा बोर्ड ने इस कार्य को 11 मई तक पूरा करने के निर्देश जारी किए हैं।
अतिरिक्त स्टाफ लगाने के निर्देश
विभागीय सूत्रों की मानें तो अधिकांश विषयों की उत्तर पुस्तिकाएं जांची जा चुकी हैं, लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी इंग्लिश जैसे कॉमन विषयों को लेकर आ रही है। इन विषयों की सबसे ज्यादा उत्तर पुस्तिकाएं हैं। जबकि बोर्ड की तरफ से इनके लिए नियमानुसार ही लेक्चरर नियुक्त किए गए हैं। इसलिए विभाग ने अतिरिक्त स्टाफ लगाकर समय पर कार्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं। जाट स्कूल के प्राचार्य प्रदीप कुमार बताते हैं कि विभागीय निर्देशों के तहत अतिरिक्त स्टाफ लगाया जा रहा है। मूल्यांकन का कार्य समय पर पूरा कर दिया जाएगा।
> रिजल्ट की देरी को भांप शिक्षा बोर्ड ने दिखाई सख्ती
> प्राध्यापकों ने विभिन्न मांगों को लेकर दस दिन किया था कार्य बंद
शिक्षा बोर्ड ने 12वीं की उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन के लिए जाट सीनियर सेकंडरी स्कूल में सेंटर बनाया था। यहां पर विभिन्न विषयों की 50 हजार से भी अधिक उत्तर पुस्तिकाएं जांची जानी थी। यह कार्य 30 अपै्रल तक पूरा किया जाना था। लेकिन मूल्यांकन कार्य के लिए लगाए गए प्राध्यापक विभिन्न मांगों को लेकर 17 अपै्रल से हड़ताल पर चले गए। इसके चलते करीब दस दिन यह कार्य बाधित रहा। इसका असर परीक्षा परिणाम पर पड़ा है। इसके चलते छात्रों को आगामी कक्षाओं में एडमिशन लेने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। अब शिक्षा बोर्ड ने इस कार्य को 11 मई तक पूरा करने के निर्देश जारी किए हैं।
अतिरिक्त स्टाफ लगाने के निर्देश
विभागीय सूत्रों की मानें तो अधिकांश विषयों की उत्तर पुस्तिकाएं जांची जा चुकी हैं, लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी इंग्लिश जैसे कॉमन विषयों को लेकर आ रही है। इन विषयों की सबसे ज्यादा उत्तर पुस्तिकाएं हैं। जबकि बोर्ड की तरफ से इनके लिए नियमानुसार ही लेक्चरर नियुक्त किए गए हैं। इसलिए विभाग ने अतिरिक्त स्टाफ लगाकर समय पर कार्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं। जाट स्कूल के प्राचार्य प्रदीप कुमार बताते हैं कि विभागीय निर्देशों के तहत अतिरिक्त स्टाफ लगाया जा रहा है। मूल्यांकन का कार्य समय पर पूरा कर दिया जाएगा।
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> प्राध्यापकों ने विभिन्न मांगों को लेकर दस दिन किया था कार्य बंद