पीजीआई में पढ़ाई करने की देश भर के दो सौ एमबीबीएस डॉक्टरों की चाहत सोमवार को पूरी हो जाएगी। पीजीआई में एमडी एमएस की प्रवेश परीक्षा रविवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुई। प्रवेश परीक्षा का परिणाम सोमवार को निकलेगा।
पूरे देश से इस परीक्षा के लिए सवा आठ हजार डाक्टरों को एडमिट कार्ड भेजा गया था, लेकिन परीक्षा देने के लिए छह हजार शहर पहुंचे। हालांकि इस परीक्षा में उस वक्त असमंजस की स्थित हो गई, जब कुछ छात्रों ने तीन घंटे के पेपर को डेढ़ घंटे में ही कर लिया और उठकर जाने लगे, लेकिन निरीक्षक ने उन्हें जाने से रोक दिया। बाद में कक्ष निरीक्षक को जानकारी हुई कि डेढ़ घंटे के बाद परीक्षार्थी जा सकता है।
पीजीआई ने प्रवेश परीक्षा के लिए शहर भर में दस सेंटर बनाए थे। इन सेंटर पर सुबह सात बजे से ही परीक्षार्थियों की भीड़ लगनी शुरू हो गई और सुबह आठ बजे परीक्षा शुरू हुई। तीन घंटे तक चलने वाली इस परीक्षा में पहुंचे एमबीबीएस डॉक्टरों के पेन से लेकर पर्स तक रूम से बाहर रखवा दिए गए। परीक्षा देने पहुंचे नागपुर के हेमंत वासनिक ने बताया कि उनका पेपर तो डेढ़ घंटे में ही हो गया था। जब वह परीक्षा देकर जाने लगे तो उनको रोक लिया गया। ऐसे ही कई अन्य सेंटरों पर जल्द परीक्षा देेकर जाने वाले छात्रों को रोका गया।
पीजीआई के रजिस्ट्रार नरेश विर्दी ने बताया कि इस प्रवेश परीक्षा का परिणाम सोमवार को निकाल दिया जाएगा। दो सौ सीटों के लिए सवा आठ हजार को बुलाया गया था, लेकिन छह हजार ने ही यह परीक्षा दी। विर्दी ने बताया कि इस परीक्षा में बायोमैट्रिक व्यवस्था के छात्रों की अलावा फोटोग्राफी भी कराई गई।