सरकारी कॉलेजों में लाइब्रेरी सेवाएं भी अगले पांच साल में और स्टें्रथन की जाएंगी। इनमें फैकल्टीज व बच्चों की मांग के अनुसार नई किताबें और फर्नीचर वगैरह लेने की योजना है। इस प्रोजेक्ट पर अगले पांच साल में 16 करोड़ और इस साल डेढ़ करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
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सरकारी कॉलेजों में लाइब्रेरी सेवाएं भी अगले पांच साल में और स्टें्रथन की जाएंगी। इनमें फैकल्टीज व बच्चों की मांग के अनुसार नई किताबें और फर्नीचर वगैरह लेने की योजना है। इस प्रोजेक्ट पर अगले पांच साल में 16 करोड़ और इस साल डेढ़ करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
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हरियाणा में अगले पांच साल में 25 नए सरकारी कालेज खुलेंगे। शिक्षा विभाग ने तय किया है कि हर साल पांच कॉलेज खोले जाएं। इससे सरकार को युवाओं के बेहतर करियर के मद्देनजर समय की मांग के अनुसार नए कोर्स शुरू करने व गुणात्मक शिक्षा को बढ़ावा देने में भी मदद मिलेगी। अभी राज्य में कुल 80 सरकारी कॉलेज और इनमें करीब डेढ़ लाख बच्चे पढ़ रहे हैं। सरकार ने इस साल चार नए कॉलेज शुरू करने को मंजूरी दे दी है। इनमें पलवल का कालेज को-एड और सालाहेड़ी(नूंह), बवानीखेड़ा (भिवानी) और सफीदों(जींद) में गल्र्स कालेज होगा। ये कॉलेज शिक्षा विभाग नए सत्र से अस्थाई भवनों में शुरु कर देगा। इनके अपने भवन अगले दो से ढाई साल में तैयार हो जाने की उम्मीद है। इनके एवज में शिक्षा विभाग ने चालू वित्त वर्ष के बजट में वित्तीय प्रावधान कर लिया है।
जरूरत के अनुसार विषय व कोर्स का प्रयास : सरकार चाहती है कि राज्य के युवाओं को सरकारी कालेजों में हर संभव गुणात्मक शिक्षा मिले ताकि वे बेहतर करियर बना सकें। इसी के मद्देनजर हर साल पांच नए कालेज खोलने की योजना बनाई गई है। इनमें बच्चों की जरूरत के अनुसार विषय व कोर्स पढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
॥हरेक कालेज का भवन बनाने पर 12 से 15 करोड़ रुपए खर्च होंगे। शिक्षा विभाग ने अगले पांच साल में शुरू किए जाने वाले 25 नए सरकारी कॉलेजों के एवज में अभी से राज्य की 12वीं पंचवर्षीय योजना में खर्चों का प्रावधान कर लिया है। बी.एस. मलिक, महानिदेशक उच्चतर शिक्षा
बढ़ेंगी लाइब्रेरी सुविधाएं |