Thursday, May 3, 2012

क्लर्क भर्ती रद्द,5400 आवेदकों को झटका


दीनबंधु छोटूराम विश्वविद्यालय में २ वर्ष से चल रही थी भर्ती प्रक्रिया, 5400 युवाओं ने 31 पदों के लिए किया था आवेदन 
विवि ने जिस भर्ती प्रक्रिया को रद्द किया है, विवि ने बेरोजगार युवाओं से फीस के रूप में लाखों रुपए कमाए थे। दो वर्ष तक नियुक्ति का इंतजार कराने के बाद भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया। अब फिर से विवि आवेदन के रूप में बेरोजगार युवाओं से लाखों रुपए कमाने की फिराक में है।

भर्ती प्रक्रिया को रद्द किए जाने से उम्मीदवार काफी गुस्से में है। उनका कहना है कि विवि प्रशासन ने उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। उच्च शिक्षा का बहाना बनाकर उनके आवेदन को रद्द कर दिया है। आवेदक रविंद्र, चंचल भान, देवेंद्र, सुनील, बिजेंद्र कुमार, सत्यवान का कहना है कि विवि ने भर्ती प्रक्रिया रद्द कर बेरोजगारों के साथ मजाक किया है। उनका कहना है कि जब विवि को उच्च शिक्षा प्राप्त आवेदक चाहिए थे तो दसवीं व बारहवीं कक्षा पास युवाओं के आवेदन स्वीकृत क्यों किए थे। अब केवल अपने चेहते को फायदा देने के लिए न्यूनतम योग्यता में बदलाव किया है। उन्होंने मांग की है कि पुराने सभी आवेदकों को नए आवेदकों में शामिल किया जाए और उनसे कोई भी लिखित व मौखिक परीक्षा न ली जाए। मैरिट सूची में उन्हें भी शामिल किया जाए।

विवि के रजिस्ट्रार आरके अरोड़ा ने बताया कि शैक्षणिक योग्यता बढ़ाए जाने के कारण ही पिछली बार किए गए आवेदन को कैंसिल किया गया है। जो अब आवेदन मांगे गए है, उसमें भी पुराने आवेदकों को एक मौका दिया गया है, परंतु उन्हें फिर से नए आवेदकों की भांति सभी प्रक्रिया में शामिल होना होगा। साथ ही सीटों की संख्या में भी वृद्धि की गई है। उनका कहना है कि जो योग्यता बढ़ाने का निर्णय लिया है वह हाई एजुकेशन स्टाफ भर्ती करने के उद्देश्य से लिया गया है।

पुराने आवेदकों को मिले मौका

आवेदन पत्रों से लाखों कमाए

योग्यता बढ़ाने को रद्द किए आवेदन : अरोड़ा

दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल ने स्टाफ भर्ती के लिए आवेदन मांगे हैं, उसमें हाई शैक्षणिक योग्यता रखने वाले युवाओं को मौका दिया है।

इसी प्रयास के चलते विवि पिछले दो वर्ष से चल रही क्लर्क की भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दिया है। इस निर्णय से करीब 5400 बेरोजगार युवकों को झटका लगा है, जो विवि में नियुक्ति की इंतजार में बैठे हुए थे।

विवि ने वर्ष 2010 में क्लर्क के 31 पदों के लिए आवेदन मांगे थे। उस समय इस पद के लिए न्यूनतम योग्यता दसवीं प्रथम श्रेणी निर्धारित की गई थी। जिससे युवाओं में आवेदन करने की होड़ लग गई थी। विवि प्रशासन की उम्मीद से ज्यादा युवाओं ने आवेदन किए थे। इस पद के लिए करीब छह हजार आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें दसवीं व बारहवीं कक्षा पास युवाओं की संख्या भी काफी थी। इस पद के लिए विवि ने आवेदकों की लिखित परीक्षा, टाइपिंग टेस्ट और इंटरव्यू भी ले लिया था। विवि को फाइनल लिस्ट लगानी थी। जिसकी इंतजार में आवेदक बैठे हुए थे, परंतु अब इसे रद्द करते हुए पदों की संख्या बढ़ाकर फिर से आवेदन मांगे हैं। इस बार क्लर्क पद की न्यूनतम योग्यता बीए निर्धारित की गई है। भर्ती प्रक्रिया रद्द किए जाने के निर्णय से आवेदक अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। राजनीतिक नेताओं से लेकर अधिकारियों तक की सिफारिश लगवाई हुए थे। अब भर्ती प्रक्रिया रद्द होने से सब कुछ बेकार हो गया।