Tuesday, May 15, 2012

खतरे में किताबों के कार्टून

पिछले वर्षो में अलग-अलग कारणों से संकट में रही संप्रग सरकार पर अब पाठ्य पुस्तकों में राजनीतिक कार्टून भी भारी पड़ने लगे हैं। दो दिन पहले एनसीईआरटी की 11वीं की किताब में अंबेडकर के कार्टून को लेकर उठा विवाद अभी शांत ही हुआ था कि सोमवार को एनसीईआरटी की ही 9वीं कक्षा की किताब के कार्टूनों को लेकर लोकसभा एकजुट हो गई। सत्ता पक्ष के सांसदों ने कहा कि एनसीईआरटी की सरकारी पुस्तकें आपत्तिजनक कार्टूनों के जरिए राजनीतिज्ञों के खिलाफ जहर घोल
रही हैं। ऐसा एक साजिश के तहत हो रहा है। सदन के तेवरों से परेशान सरकार लोकसभा में असमंजस में नजर आई। माफी मांगते हुए उसे यह आश्वासन देना पड़ा कि कार्टून तो कार्टून, जरूरत हुई तो ये किताबें ही पाठ्यक्रम से हटा दी जाएंगी।