अब नएम्सत्र से हरियाणा ओपन स्कूल के विद्यार्थियों का भी आंतरिक मूल्यांकन (इंटरनल असेस्मेंट) होगा। मूल्यांकन स्टडी सेंटरों पर लगने वाली कक्षाओं में विद्यार्थियों की उपस्थिति व उनके अनुशासन के आधार पर होगा।
हरियाणा ओपन स्कूल द्वारा वर्ष 2011-12 में परीक्षार्थियों के लिए विभिन्न स्टडी सेंटरों पर कक्षाएं शुरू की गई थी। विद्यार्थियों ने इनकी तरफ कोई खासा रुझान नहीं दिखाया। इस वजह से ओपन स्कूल प्रशासन द्वारा इन कक्षाओं में विद्यार्थियों की उपस्थिति को बढ़ाने के लिए नए सत्र से एक योजना लागू की जा रही है। सीपीई (कॉमन प्रोग्राम) के तहत परीक्षार्थियों का आंतरिक मूल्यांकन किया जाएगा। आंतरिक मूल्यांकन स्टडी सेंटरों में पढ़ाने वाले शिक्षकों द्वारा किया जाएगा। इस दौरान उस परीक्षार्थी की कक्षा में उपस्थिति, अनुशासन, असाइनमेंट वर्क के आधार पर मूल्यांकन होगा। मूल्यांकन के 20 अंक होंगे। हालांकि आंतरिक मूल्यांकन में अलग से पास होने की कोई शर्त नहीं रखी गई है। स्कूल प्रशासन अधिकारियों के मुताबिक इससे प्रणाली से उन विद्यार्थियों को तो फायदा होगा ही, जो नियमित रूप से कक्षाएं लगाते है। मगर जो कक्षाएं नहीं लगाएंगे, उन्हें इससे प्रत्येक विषय में 20 नंबर का नुकसान हो सकता है।
॥नए सत्र से यह प्रणाली लागू हो जाएगी। कक्षा में आने वाले विद्यार्थियों को फायदा होगा। हो सकता है ज्यादा नंबर पाने की चाहत में छात्र भी कक्षाएं लगा लें, जो कक्षा में नहीं आते।ञ्जञ्ज प्रतिभा दहिया, डिप्टी डायरेक्टर, हरियाणा ओपन स्कूल
नए सत्र के अगर किसी विषय का सिर्फ एक ही छात्र है, तो उसके लिए भी कक्षाएं लगेंगी। इससे पहले तक नियम यह था कि एक कक्षा के लिए कम से कम 20 विद्यार्थियोंं को होना अनिवार्य था। इस वजह से उन विद्यार्थियों को नुकसान होता था, जिनकी संख्या 20 से कम होने पर कक्षाएं नहीं लगती थी।
हरियाणा ओपन स्कूल द्वारा वर्ष 2011-12 में परीक्षार्थियों के लिए विभिन्न स्टडी सेंटरों पर कक्षाएं शुरू की गई थी। विद्यार्थियों ने इनकी तरफ कोई खासा रुझान नहीं दिखाया। इस वजह से ओपन स्कूल प्रशासन द्वारा इन कक्षाओं में विद्यार्थियों की उपस्थिति को बढ़ाने के लिए नए सत्र से एक योजना लागू की जा रही है। सीपीई (कॉमन प्रोग्राम) के तहत परीक्षार्थियों का आंतरिक मूल्यांकन किया जाएगा। आंतरिक मूल्यांकन स्टडी सेंटरों में पढ़ाने वाले शिक्षकों द्वारा किया जाएगा। इस दौरान उस परीक्षार्थी की कक्षा में उपस्थिति, अनुशासन, असाइनमेंट वर्क के आधार पर मूल्यांकन होगा। मूल्यांकन के 20 अंक होंगे। हालांकि आंतरिक मूल्यांकन में अलग से पास होने की कोई शर्त नहीं रखी गई है। स्कूल प्रशासन अधिकारियों के मुताबिक इससे प्रणाली से उन विद्यार्थियों को तो फायदा होगा ही, जो नियमित रूप से कक्षाएं लगाते है। मगर जो कक्षाएं नहीं लगाएंगे, उन्हें इससे प्रत्येक विषय में 20 नंबर का नुकसान हो सकता है।
॥नए सत्र से यह प्रणाली लागू हो जाएगी। कक्षा में आने वाले विद्यार्थियों को फायदा होगा। हो सकता है ज्यादा नंबर पाने की चाहत में छात्र भी कक्षाएं लगा लें, जो कक्षा में नहीं आते।ञ्जञ्ज प्रतिभा दहिया, डिप्टी डायरेक्टर, हरियाणा ओपन स्कूल
नए सत्र के अगर किसी विषय का सिर्फ एक ही छात्र है, तो उसके लिए भी कक्षाएं लगेंगी। इससे पहले तक नियम यह था कि एक कक्षा के लिए कम से कम 20 विद्यार्थियोंं को होना अनिवार्य था। इस वजह से उन विद्यार्थियों को नुकसान होता था, जिनकी संख्या 20 से कम होने पर कक्षाएं नहीं लगती थी।