Saturday, May 12, 2012

स्कूल मैनेजमेंट में छात्रों की भी होगी भागेदारी

आरएमएसए के तहत सेकंडरी स्कूलों में गठित की जाएंगी शिक्षा समितियां 

स्कूल स्तर पर लिए जाने वाले निर्णयों में अब विद्यार्थियों की भी भागीदारी रहेगी। विभाग ने राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान योजना (आरएमएसए) के तहत स्कूलों में शिक्षा समितियां बनाने का फैसला लिया है। इनमें विद्यार्थी भी शामिल होंगे।ये समिति स्कूलों में शैक्षणिक गतिविधियों की गुणवत्ता सहित विभिन्न मुद्दों पर नजर रखेंगी। 

सर्व शिक्षा अभियान के तहत अभी तक स्कूलों में स्कूल मैनेजमेंट कमेटी (एसएमसी) का गठन किया गया है। लेकिन यह कमेटी केवल प्राथमिक और मिडल स्तर के स्कूलों के प्रति ही उत्तरदायी हैं। इस कमेटी में छात्रों के अभिभावकों को शामिल किया गया है। जो स्कूल से संबंधित विभिन्न निर्णय लेती है। इसी कमेटी की तर्ज पर अब हाई और सीनियर सेकंडरी स्कूलों में भी शिक्षा समितियां गठित करने का निर्णय लिया गया है। 

प्रधानाचार्य होगा समिति प्रधान 

विभागीय सूत्रों के अनुसार इस समिति का अध्यक्ष स्कूल का प्रधानाचार्य होगा। वहीं चार अभिभावक इसके सदस्य होंगे। इनमें दो महिलाएं भी शामिल की जाएंगी। 

इसके अलावा एक गणित अध्यापक, एक विज्ञान अध्यापक, एक सामाजिक विज्ञान अध्यापक सहित स्कूल के ही दो छात्र इस कमेटी के सदस्य मनोनीत होंगे। यह समिति स्कूलों में न केवल शैक्षणिक सुधार के लिए कार्य करेगी, साथ ही छात्रों में आपसी समानता बनाए रखने जैसी गतिविधियों के लिए भी कार्य करेगी। 

निर्माण संबंधी कार्यों के लिए गठित होगी कमेटी 

राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान योजना के तहत ही स्कूलों में निर्माण कार्य संबंधी कमेटी का भी गठन किया जाएगा। इस कमेटी में अभिभावकों को शामिल किया गया है। 

हर महीने होगी बैठक 

कमेटी का प्रधान स्कूल प्राचार्य होगा, वहीं दो अभिभावक, एक पंचायत प्रतिनिधि और एक सिविल इंजीनियर इस कमेटी के सदस्य होंगे। यह कमेटी स्कूल के निर्माण, मरम्मत और रख-रखाव जैसे निर्माण संबंधी कार्यों पर नजर रखेगी। विभागीय निर्देशों के तहत ये समितियां महीने में एक बार समीक्षात्मक बैठक करेंगी और विभाग के पास अपनी रिपोर्ट भेजेंगी।