स्कूलों में गणित शिक्षा का स्तर सुधारने की कवायद
सरकारी स्कूलों में गणित विषय के प्रति छात्रों का रुझान बढ़ाने के लिए खंड स्तर पर प्रयास शुरू किए गए है। इस संबंध में मंगलवार को हुई बैठक में हिसार खंड द्वितीय के तहत आने वाले सभी स्कूलों के गणित अध्यापकों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए। बीईओ सेकंड कार्यालय पर हुई बैठक में 50 से भी अधिक अध्यापकों ने भाग लिया।
बीईओ देवेंद्र सिंह बताते हैं कि मैथ एक टेक्निकल सबजेक्ट है। जब तक इस विषयों को पढ़ाने का तरीका मनोरंजक नहीं बनाया जाएगा, छात्रों की रूचि इसके प्रति नहीं बढ़ाई जा सकती। उन्होंने संबंधित अध्यापकों को निर्देश दिए कि वे परंपरागत तरीकों को छोड़ते हुए पढ़ाने की आधुनिक तकनीक अपनाएं। इसके लिए सप्ताह में कम से कम एक फीड बैक टेस्ट अनिवार्य किया गया है। इसमें न केवल अध्यापक सप्ताह भर के दौरान कराए गए कार्य की समीक्षा कर सकेंगे, साथ ही खुद की कमियों की भी जानकारी होगी।
अध्यापकों की बैठक में निर्णय लिया गया कि पहले सेमेस्टर के बाद दिसंबर में खंड के तहत आने वाले सभी स्कूलों के बीच खंड स्तरीय क्विज कंपीटिशन कराया जाएगा। इसके अलावा छात्रों को नियमित तौर पर होमवर्क देने और उसकी साप्ताहिक समीक्षा करने के भी निर्देश दिए गए। इस मौके पर एबीआरसी रोहताश कुमार उपस्थित थे।
बीईओ देवेंद्र सिंह बताते हैं कि मैथ एक टेक्निकल सबजेक्ट है। जब तक इस विषयों को पढ़ाने का तरीका मनोरंजक नहीं बनाया जाएगा, छात्रों की रूचि इसके प्रति नहीं बढ़ाई जा सकती। उन्होंने संबंधित अध्यापकों को निर्देश दिए कि वे परंपरागत तरीकों को छोड़ते हुए पढ़ाने की आधुनिक तकनीक अपनाएं। इसके लिए सप्ताह में कम से कम एक फीड बैक टेस्ट अनिवार्य किया गया है। इसमें न केवल अध्यापक सप्ताह भर के दौरान कराए गए कार्य की समीक्षा कर सकेंगे, साथ ही खुद की कमियों की भी जानकारी होगी।
अध्यापकों की बैठक में निर्णय लिया गया कि पहले सेमेस्टर के बाद दिसंबर में खंड के तहत आने वाले सभी स्कूलों के बीच खंड स्तरीय क्विज कंपीटिशन कराया जाएगा। इसके अलावा छात्रों को नियमित तौर पर होमवर्क देने और उसकी साप्ताहिक समीक्षा करने के भी निर्देश दिए गए। इस मौके पर एबीआरसी रोहताश कुमार उपस्थित थे।