एससीईआरटी (स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग) के द्वारा इस बार डीएड फॉर्म की कालाबाजारी को रोकने के लिए बेहद सख्त कदम उठाए गए हैं। उसके बावजूद एससीईआरटी के अधिकारियों को भिवानी में दुकानों पर दोगुने दाम पर डीएड फॉर्म के बिकने की सूचना मिली थी। अधिकारियों ने तुरंत एक्शन लेते हुए भिवानी डाइट के प्राचार्य को सख्त निर्देश जारी कर मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं। प्रवक्ता अशोक यादव ने बताया कि शुक्रवार को उन्हें भिवानी से एक पत्रकार ने इस बारे फोन किया था।
कि बाजारों में फार्म बढ़े दामों पर मिल रहा है।
उसने बाजार में दुकानों पर डीएड का सामान्य श्रेणी का फॉर्म 600 रुपए और आरक्षित श्रेणी का फॉर्म 150 रुपए में बिकने की शिकायत की थी। फोन पर आई शिकायत के तुरंत बाद मामले की जानकारी एससीईआरटी की निदेशक स्नेह लता को दी गई।
निदेशक ने तुरंत भिवानी डाइट के प्रिंसिपल को फोन कर मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं।
अशोक यादव का कहना है कि हालांकि इस बार हर जिले की डाइट को बिक्री के लिए जो फॉर्म भेजे गए हैं उनके सीरियल नंबर नोट किए गए हैं। सभी को सख्त निर्देश दिए गए थे कि अगर उनके सीरियल नंबर का फॉर्म बाजार में बिकता हुआ पाया गया तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
कि बाजारों में फार्म बढ़े दामों पर मिल रहा है।
उसने बाजार में दुकानों पर डीएड का सामान्य श्रेणी का फॉर्म 600 रुपए और आरक्षित श्रेणी का फॉर्म 150 रुपए में बिकने की शिकायत की थी। फोन पर आई शिकायत के तुरंत बाद मामले की जानकारी एससीईआरटी की निदेशक स्नेह लता को दी गई।
निदेशक ने तुरंत भिवानी डाइट के प्रिंसिपल को फोन कर मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं।
अशोक यादव का कहना है कि हालांकि इस बार हर जिले की डाइट को बिक्री के लिए जो फॉर्म भेजे गए हैं उनके सीरियल नंबर नोट किए गए हैं। सभी को सख्त निर्देश दिए गए थे कि अगर उनके सीरियल नंबर का फॉर्म बाजार में बिकता हुआ पाया गया तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
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