विश्वविद्यालयों व कॉलेजों में रैगिंग की शिकायतें अब महज कागजी नहीं साबित होंगी। हर शिकायत और उस पर कार्रवाई का रिकॉर्ड होगा। वह भी ऑनलाइन। पीडि़त छात्र-छात्रा ही नहीं, बल्कि रैगिंग की घटना की शिकायत कोई भी दर्ज करा सकेगा। किस मामले में क्या कार्रवाई हुई? यह भी जान सकेगा। दावा है कि सार्वजनिक व निजी भागीदारी (पीपीपी) के तहत शुरू एंटी रैगिंग वेब पोर्टल पर शिकायतों को महज 20 मिनट के भीतर ही कार्रवाई के लिए जिम्मेदार प्राधिकारी को सौंप दिया जाएगा। मानव संसाधन विकास मंत्री
कपिल सिब्बल ने गुरुवार को यहां इस वेब पोर्टल की शुरुआत की। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की ओर से तैयार इस वेब पोर्टल का संचालन अमन सत्य काचरू ट्रस्ट करेगा। वेब पोर्टल की लांचिग के मौके पर यूजीसी के कार्यवाहक चेयरमैन प्रो. वेदप्रकाश और ट्रस्ट के संस्थापक राज काचरू भी मौजूद थे। राज काचरू के पुत्र अमन काचरू ने हिमाचल प्रदेश के एक मेडिकल कॉलेज में रैगिंग के कारण खुदकुशी कर ली थी। सिब्बल ने कहा कि इस पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराने वाले को उसी समय एक आइडी (पहचान कोड) मिल जाएगा। उसके जरिये उस शिकायत पर हर कार्रवाई का ब्योरा हासिल हो सकेगा। डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट एंटीरैगिंग डॉट नाम से शुरू इस वेब पोर्टल का संचालन करने वाले राज काचरू ने कहा कि पोर्टल पर सारी बातचीत व कार्रवाइयों का रिकॉर्ड दर्ज होगा। मानीटरिंग होगी। पहले से चल रही हेल्पलाइन 18001805522 पर भेजी शिकायतें भी इसी पोर्टल पर आ जाएंगी। शिकायतों को सामान्य, गंभीर और अति गंभीर तीन श्रेणी में रखा जाएगा। रैगिंग की करें ऑनलाइन शिकायत, होगी कार्रवाई एंटी रैगिंग वेब पोर्टल की शुरुआत पहल :
कपिल सिब्बल ने गुरुवार को यहां इस वेब पोर्टल की शुरुआत की। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की ओर से तैयार इस वेब पोर्टल का संचालन अमन सत्य काचरू ट्रस्ट करेगा। वेब पोर्टल की लांचिग के मौके पर यूजीसी के कार्यवाहक चेयरमैन प्रो. वेदप्रकाश और ट्रस्ट के संस्थापक राज काचरू भी मौजूद थे। राज काचरू के पुत्र अमन काचरू ने हिमाचल प्रदेश के एक मेडिकल कॉलेज में रैगिंग के कारण खुदकुशी कर ली थी। सिब्बल ने कहा कि इस पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराने वाले को उसी समय एक आइडी (पहचान कोड) मिल जाएगा। उसके जरिये उस शिकायत पर हर कार्रवाई का ब्योरा हासिल हो सकेगा। डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट एंटीरैगिंग डॉट नाम से शुरू इस वेब पोर्टल का संचालन करने वाले राज काचरू ने कहा कि पोर्टल पर सारी बातचीत व कार्रवाइयों का रिकॉर्ड दर्ज होगा। मानीटरिंग होगी। पहले से चल रही हेल्पलाइन 18001805522 पर भेजी शिकायतें भी इसी पोर्टल पर आ जाएंगी। शिकायतों को सामान्य, गंभीर और अति गंभीर तीन श्रेणी में रखा जाएगा। रैगिंग की करें ऑनलाइन शिकायत, होगी कार्रवाई एंटी रैगिंग वेब पोर्टल की शुरुआत पहल :
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