नियमित भर्ती की बाट जोह रहे पात्र अध्यापकों ने अब आर-पार की लड़ाई शुरू करते हुए मोर्चा खोल दिया है। पात्र अध्यापकों ने 6 मई को रोहतक में बलिदान रैली के बाद आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। वहीं 2 से 5 मई तक पात्र अध्यापक प्रदेश के सभी विधायकों, सांसदों व मंत्रियों को ज्ञापन भी देंगे।
पात्र अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा कि सर्विस रूल में पात्रता परीक्षा पास करने की छूट संबंधी प्रावधान को सरकार को वापस लेना चाहिए। उन्होंने बताया कि शिक्षामंत्री गीता भुक्कल से इस संबंध में आश्वासन मिलने के बाद 1 मई के कार्यक्रम को आगे बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि अतिथि अध्यापकों को पात्रता परीक्षा पास करने के लिए चार साल की छूट देकर प्रदेश सरकार करीब सवा लाख पात्र अध्यापकों के साथ धोखा कर रही है। संघ के महासचिव सुनील यादव ने कहा कि बगैर पात्रता परीक्षा पास अध्यापकों को नौकरी देकर प्रदेश सरकार शिक्षा व्यवस्था को डांवाडोल कर रही है। संघ के प्रदेश प्रवक्ता व रोहतक जिला के प्रधान प्रेम अहलावत ने कहा कि जिला प्रशासन ने 1 मई को रैली करने की परमिशन नहीं दी, जोकि प्रदेश सरकार की तानाशाही को दर्शाती है।