बच्चों को सुरक्षित घर से स्कूल ले जाने के लिए गठित कमेटी की दूसरी मीटिंग सोमवार को रोहतक में हुई। सिंचाई विश्राम गृह में हुई 21 सदस्यीय इस कमेटी की बैठक की अध्यक्षता यमुनानगर के डीसी एवं चेयरमैन अशोक सांगवान ने की। ट्रांसपोर्ट विभाग द्वारा रूल 114ए हरियाणा मोटर व्हिकल रूल्स 1993 को लेकर आयोजित मीटिंग में स्कूल बसों में क्षमता से डेढ़ गुणा ज्यादा बच्चों को बैठाने के नियम पर चर्चा हुई। अभिभावकों और गैर सरकारी स्कूल संचालकों को तीन दिन के अंदर अपने सुझाव लिखित में देने के लिए कहा गया है।
स्कूल बसों में लगातार हो रहे हादसों को लेकर पिछले दिनों हाईकोर्ट के आदेश पर एक 21 सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया था। डीसी यमुनानगर अशोक सांगवान को कमेटी का चेयरमैन बनाया गया। वहीं आरटीए रोहतक जगदीश शर्मा, आरटीए फरीदाबाद जितेंद्र कुमार, जोगेंद्र सिंह जीएम रोडवेज रोहतक, मनोज कौशिक डीईओ गुड़गांव, जगजीत कौर डीईओ यमुनानगर, अमर नाथ नरवाल जिला बाल विकास अधिकारी करनाल के अलावा पांच अभिभावक, पांच स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्य और पांच अध्यापक शामिल किए गए।
कमेटी की पहली बैठक पांच अप्रैल को यमुनानगर में बुलाई गई थी और इसकी अगली मीटिंग सोमवार को रोहतक में आयोजित की गई। मीटिंग में स्कूल संचालकों ने बताया कि पहले बसों में कुल सीटों के डेढ़ गुणा बच्चों को बैठाया जा सकता है। इसके बाद कमेटी के सदस्य जींद रोड स्थित डीपीएस स्कूल, बाबा बंदा बहादुर स्कूल और गोहाना रोड स्थित आईबी स्कूल गए। यहां उन्होंने बच्चों को बसों में बैठाकर स्थिति का जायजा लिया। सांगवान ने बताया कि सभी अभिभावकों और स्कूल संचालकों को अपने सुझाव देने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है।
मीटिंग में विवेकानंद स्कूल सिरसा के रामसिंह यादव, बहादुरगढ़ से जितेंद्र लाठर, आरईडी छुछकवास से जितेंद्र अहलावत, मंडी डबवाली से रमेश सचदेवा, अभिभावक शिवकरण मोहल्ला सहित कमेटी सदस्य मौजूद थे।
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