Friday, April 27, 2012

वीडियोग्राफी ने खोली मार्किंग टीचरों की पोल

दो दिन की वीडियोग्राफी में दिखी शिक्षकों की कार्यप्रणाली, लापरवाह शिक्षकों को नहीं मिलेगी मार्किंग की ड्यूटीहरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने मूल्यांकन की वीडियोग्राफी करवाने का फैसला किया था, लेकिन गुरुजन विरोध पर उतर आए। बोर्ड दो दिन ही वीडियोग्राफी करवा पाया था और इसके बाद इसे बंद करना पड़ा। दो दिन की वीडियोग्राफी में गुरुजी का इतना सच तो पकड़ में आ ही गया है कि वे इससे आखिर घबराए ही क्यों! बोर्ड खास सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दो दिन की वीडियोग्राफी में अध्यापकों की आपसी संवाद उनकी पोल खोल रहे हैं। बोर्ड के अधिकारी भी हैरानी में हैं, लेकिन अध्यापकों के आगे एक नहीं चल पाई।
वीडियोग्राफी में गजब की बातें देखने सुनने को मिली हंै। कई सेंटरों पर ऐसे गुरुजी भी दिखाई दिए जो अपना काम बेहद गंभीरता और जिम्मेदारी के साथ कर रहे थे। कुछ जगह पर नजारा कुछ और ही था। बोर्ड के पास अब दो दिन की वीडियोग्राफी हरियाणा भर से इकट्ठी होगी और ऐसे अध्यापकों को चिह्नित किया जाएगा जो अपने काम में लापरवाही बरत रहे थे। हो सकता है अगली मार्किंग में इनकी ड्यूटी ही ना मिले। 

अध्यापक: यार बीड़ी बंद कर दे, कमरे में घुटन हो रही है। 

बीड़ी पीने वाला: भाई तन्नै बेरा है बीड़ी के बिना तो एक पेपर भी कोनी चैक होवै। 

अध्यापक: यार इस वीडियोग्राफी नै खा लिए, बेरा नी कद बंद होवैगी। 

दूसरा: लाग रह्या सै भाई, इसकी भी एक दो दिन म्ह रांद कट ज्यागी। 

अध्यापिका: मेरी तबीयत खराब है, पेपरों को तो मेरी बेटी देख लेगी । 

दूसरी (हंसते हुए): मैं भी इनके पापा को ले आती तो बढिय़ा रहता, आज तो उनकी भी छुट्टी है। 

अध्यापिका (दूसरी से): अरे मुझे सोल्यूशन की तो दो। इसके बिना कैसे चैक करूंगी मैं। 

दूसरी: मुझे भी कल नहीं मिली थी। मेरे कौन से पेपर रुक गए। 

अध्यापक (दूसरे से): कितने नंबर दे रहा है आज तूं। 

दूसरा अध्यापक: आज बच्चों की मौज करवा रहा हूं। 

॥वीडियोग्राफी तो रुकवा दी गई है। दो दिन की वीडियोग्राफी है और इसको चेक किया जाएगा कि दो दिन कैसे काम हुआ और कहां अच्छा हुआ और कहां बुरा। भविष्य में काम आएगी दो दिन की वीडियोग्राफी। इससे सभी सेंटरों का पता चल जाएगा कि कहां किस तरीके से काम किया गया।ञ्जञ्ज