शिक्षा का अधिकार (आरटीई) की मॉनिटरिंग अब भावी शिक्षकों के हाथों में होगी। डीएड कॉलेजों में प्रशिक्षण ले रहे ये छात्र स्कूलों में जाकर आरटीई के तहत हर प्रकार का डेटा एकत्रित करेंगे। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) द्वारा प्रस्तावित इस कार्यक्रम की शुरुआत नुक्कड़ नाटकों से होगी। विशेष बात यह रहेगी की इस अभियान में हर डीएड कॉलेज के छात्रों को जोड़ा गया है।
जिले में डाइट मात्रश्याम सहित 27 डीएड कॉलेज हैं। योजना के अनुसार एक संस्था से 11- 11 भावी शिक्षकों (छात्रों) का चयन किया जाएगा। इनमें से खंड स्तर पर 30 छात्रों की कमेटी गठित की जाएगी। यह कमेटी स्कूलों में जाकर आरटीई के तहत पूरी जानकारी एकत्रित करेगी। इसके लिए नौ पैरामीटर बनाए गए हैं। जिसके तहत स्कूल में पानी की उपलब्धता, टॉयलेट, मिड डे मील, एसएमसी ग्रुप की कार्यप्रणाली आदि सुविधाओं का निरीक्षण किया जाएगा। कमेटी की इसी रिपोर्ट के आधार पर स्कूलों से संबंधित भावी योजनाएं बनाई जाएंगी।
॥ आरटीई की मॉनिटरिंग की जिम्मेवारी डीएड छात्रों को सौंपी जा रही है। इस योजना पर कार्य शुरू कर दिया गया है। योजना के पहले चरण में 16 अपै्रल से नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता कराई जाएगी। इस अभियान से हर डीएड कॉलेज को जोड़ा जाएगा।
जिले में डाइट मात्रश्याम सहित 27 डीएड कॉलेज हैं। योजना के अनुसार एक संस्था से 11- 11 भावी शिक्षकों (छात्रों) का चयन किया जाएगा। इनमें से खंड स्तर पर 30 छात्रों की कमेटी गठित की जाएगी। यह कमेटी स्कूलों में जाकर आरटीई के तहत पूरी जानकारी एकत्रित करेगी। इसके लिए नौ पैरामीटर बनाए गए हैं। जिसके तहत स्कूल में पानी की उपलब्धता, टॉयलेट, मिड डे मील, एसएमसी ग्रुप की कार्यप्रणाली आदि सुविधाओं का निरीक्षण किया जाएगा। कमेटी की इसी रिपोर्ट के आधार पर स्कूलों से संबंधित भावी योजनाएं बनाई जाएंगी।
॥ आरटीई की मॉनिटरिंग की जिम्मेवारी डीएड छात्रों को सौंपी जा रही है। इस योजना पर कार्य शुरू कर दिया गया है। योजना के पहले चरण में 16 अपै्रल से नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता कराई जाएगी। इस अभियान से हर डीएड कॉलेज को जोड़ा जाएगा।
0 comments
Post a Comment
Note: Only a member of this blog may post a comment.