हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा (एच टेट) में इस बार दूसरे की जगह परीक्षा देना आसान नहीं होगा। बोर्ड ने ऐसे परीक्षार्थियों पर नकेल कसने के लिए बायोमैट्रिक मशीन से परीक्षार्थियों के अंगूठे के निशान लेने का फैसला किया है। एच टेट परीक्षा इस बार थोड़ी हाईटेक होगी। इस बार भी परीक्षार्थियों के अंगूठे के निशान तो लिए जाएंगे, लेकिन इस बार इंक पेड की जगह बायोमैट्रिक मशीन का प्रयोग किया जाएगा। बोर्ड के मुताबिक बायोमैट्रिक मशीन से यह संभावना भी खत्म हो जाएगी कि कोई परीक्षार्थी अपने स्थान पर दूसरे से परीक्षा दिलाकर उत्र्तीण हो जाए। बोर्ड के मुताबिक मशीन से लिए गए ये अंगूठे के निशान भविष्य में इंटरव्यू के समय पर भी पहचान के तौर पर इस्तेमाल में प्रयोग किए जा सकेंगे। अगर इंटरव्यू के समय उस परीक्षार्थी का अंगूठे का निशान नहीं मिलता है, तो इसका मतलब यह होगा कि उस परीक्षार्थी की जगह किसी दूसरे परीक्षार्थी ने परीक्षा दी थी। इससे पहले शिक्षा बोर्ड ने नवंबर में आयोजित एच टेट परीक्षा में परीक्षार्थियों के इंक पेड से अंगूठे के निशान लिए थे।
॥इस बार शिक्षा बोर्ड दूसरे की जगह परीक्षा देने के मामले में सख्ती बरतना चाहता है। इसके लिए बोर्ड बायोमैट्रिक मशीन से परीक्षार्थियों के अंगूठे के निशान लिए जाने की योजना पर विचार कर रहा है। इसका फायदा यह होगा कि ये अंगूठे के निशान भविष्य में इंटरव्यू के समय पर ही पहचान के तौर पर प्रयोग में लाए जा सकेंगे।ञ्जञ्ज
डीके बेहरा, सचिव, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड
॥इस बार शिक्षा बोर्ड दूसरे की जगह परीक्षा देने के मामले में सख्ती बरतना चाहता है। इसके लिए बोर्ड बायोमैट्रिक मशीन से परीक्षार्थियों के अंगूठे के निशान लिए जाने की योजना पर विचार कर रहा है। इसका फायदा यह होगा कि ये अंगूठे के निशान भविष्य में इंटरव्यू के समय पर ही पहचान के तौर पर प्रयोग में लाए जा सकेंगे।ञ्जञ्ज
डीके बेहरा, सचिव, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड