भरती स्थल पर पहली बार लगेगी मोबाइल कोर्ट
झोझूकलां में 8 से 10 मई तक होने वाली सेना भरती में फर्जी प्रमाणपत्रों के सहारे की फिराक में बैठे उम्मीदवारों पर मौके पर कार्रवाई के लिए भरती स्थल पर मोबाइल कोर्ट स्थापित की जाएगी। इसमें एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट और सीनियर पुलिस अधिकारी को नियुक्त किया गया है। सेना द्वारा मोबाइल कोर्ट का प्रयोग पहली बार किया जा रहा है। इस भरती में करीब पांच हजार युवा प्रतिदिन भाग लेंगे।
झोझूकलां में होने वाली भरती के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़ा सुरक्षा पहरा होगा। 800 मीटर क्षेत्र में बंबू बैरिकेट्स लगाकर प्री-मार्शल क्षेत्र बनाया जाएगा। चार दर्जन के करीब पुलिस कर्मचारी स्टेडियम में और इतने ही भरती स्थल के बाहर व्यवस्था पर नजर रखेंगे। किसी प्रकार की अवैध घुसपैठ रोकने के लिए खेल स्टेडियम की दीवारों पर भी जाल लगाया जाएगा। भरती के दौरान आपात स्थिति से निपटने के लिए सिटी
मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी के नेतृत्व में कंट्रोल रूम भी स्थापित होगा। प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर भी लगाया जाएगा।
मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी के नेतृत्व में कंट्रोल रूम भी स्थापित होगा। प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर भी लगाया जाएगा।
भरती स्थल पर डाक्टरों की टीम के साथ एंबुलेंस, दो फायर ब्रिगेड की गाड़ियां, मोबाइल टॉयलेट, 30 केवीए का जनरेटर, फ्लड और हेलोजन लाइट्स और शहर से भरती स्थल तक परिवहन व्यवस्था के भी प्रबंध किए गए हैं।
सेना भरती में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी न हो, इसके लिए सेना अधिकारी पूरी तरह से चौकन्ने हैं।
तैयारियों को लेकर स्थानीय विधायक कर्नल रघबीर सिंह के साथ हिसार से भरती निदेशक कर्नल रंजन मनोचा, उपायुक्त नितिन यादव और पुलिस अधीक्षक सतीश बालन भरती स्थल का निरीक्षण कर चुके हैं।
झोझूकलां में होने वाली भरती के निदेशक कर्नल रंजन मनोचा ने बताया कि फर्जी प्रमाणपत्रों के सहारे सेना में भरती होने वालों से निपटने के लिए पहली बार मोबाइल कोर्ट भरती स्थल पर ही स्थापित की जा रही है। सेना भरती में पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जाएगी। युवा किसी के झांसे में न आएं और पूरी तैयारी के साथ सारी प्रक्रियाएं पूरी करते हुए सेना में सेवा के अवसर पाने का प्रयास करें।