हरियाणा टीचर भरती में टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (टीईटी) पास को प्राथमिकता मिलेगी! यह आश्वासन मंगलवार देर शाम मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पात्र अध्यापक संघ के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में दिया।

मुख्यमंत्री के साथ बात करने के बाद संघ के अनिल अहलावत ने ‘अमर उजाला’ को बताया कि मुख्यमंत्री ने संघ की मांग मान ली है कि भरती में पात्र अध्यापकों को प्राथमिकता दी जाएगी। भरती में 60:40 के अनुपात की मांग पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है, लेकिन किस तरह से वरीयता मिलेगी, बाद में बताया जाएगा। प्राथमिकता कैसे मिलेगी, इसके लिए अफसरों के साथ बात करने के बाद हल निकाला जाएगा। भरती में पात्र अध्यापकों की स्क्रीनिंग से छूट की मांग को भी मुख्यमंत्री ने मना कर दिया। बातचीत से पहले मुख्यमंत्री ने शर्त रख दी थी कि पहले अनशन समाप्त करने की हां भरो, उसके बाद ही बातचीत करेंगे।
सीएम के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा भी थे। अनिल अहलावत ने बताया कि सीएम ने कहा कि आरटीई में ही चार साल के अनुभव वाले टीचरों को टीईटी से छूट देने का प्रावधान है और कानूनविदों से विचार विमर्श करने के बाद ही यह छूट दी गई है। यह छूट एक बार के लिए ही दी गई है। अहलावत ने कहा कि प्राथमिकता का आश्वासन मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने अनशन खुलवाने के लिए विनोद शर्मा और एमएस चोपड़ा को भेजा।
पात्र अध्यापक संघ का आमरण अनशन समाप्त
आमरण अनशन पर बैठे पात्र अध्यापकों को जूस पिलाकर अनशन तुड़वाते पूर्व मंत्री विनोद शर्मा और सीएम को ओएसडी एमएस चोपड़ा।