प्रदेश में एजुसेट सिस्टम ठीक से काम नहीं कर रहा है। शिक्षा विभाग ने एजुसेट व डीटीएच की सालों से खराब पड़ी बैटरी तो बदल दी, लेकिन यह कार्य आधा-अधूरा किया गया। पर्याप्त मात्रा में बैटरी न भेजे जाने से योजना सिरे नहीं चढ़ पाई। अधिकारिक सूत्रों के अनुसार विभाग को बड़े स्तर पर विद्यालयों के लिए बैटरियों का प्रबंध करना था। एजुसेट व डीटीएच को चलाने के लिए शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी जिलों में करीब चार हजार बैटरी भेजी हैं। कई विद्यालयों में तो स्थिति ऐसी हुई है कि शिक्षकों को यह तक याद नहीं कि बैटरी कब से खराब हैं। कई स्कूलों के इंचार्जो ने बैटरी खराब होने के संबंध में विभाग को जानकारी दी थी। विभाग ने लंबे समय बाद सुध तो ली, लेकिन पर्याप्त मात्रा में बैटरी नहीं भेजे जाने के कारण अभी बहुत से स्कूलों में एजुसेट सिस्टम चल पाने की स्थिति में नहीं हैं। निदेशालय के आदेशानुसार इन बैटरियों को एजुसेट व डीटीएच से जोड़ने व इंस्टालेशन का
कार्य 30 जून तक प्रदेशभर में पूरा किया जाएगा। जल्द शुरू होंगे बंद एजुसेट : जिला शिक्षा अधिकारी मंजू गुप्ता ने बताया कि विभाग ने बैटरी भेजी हैं। इन्हें जल्द बदला जाएगा। बैटरी के कारण बंद पड़े एजूसेट सिस्टम जल्द शुरू कराए जाएंगे ताकि बच्चों को योजना का लाभ मिल सके। जिन विद्यालयों में बैटरी खराब है, उस संबंध में निदेशालय को अवगत कराया जाएगा।
कार्य 30 जून तक प्रदेशभर में पूरा किया जाएगा। जल्द शुरू होंगे बंद एजुसेट : जिला शिक्षा अधिकारी मंजू गुप्ता ने बताया कि विभाग ने बैटरी भेजी हैं। इन्हें जल्द बदला जाएगा। बैटरी के कारण बंद पड़े एजूसेट सिस्टम जल्द शुरू कराए जाएंगे ताकि बच्चों को योजना का लाभ मिल सके। जिन विद्यालयों में बैटरी खराब है, उस संबंध में निदेशालय को अवगत कराया जाएगा।