Sunday, May 13, 2012

पर्चा देने पर भी दिखाया गैरहाजिर

जीजेयू के डिस्टेंस एजुकेशन सेंटर से परेशान छात्रों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है। दिल्ली के एमसीए और बीसीए के करीब सौ छात्रों के बाद अब स्थानीय सेंटरों के विद्यार्थियों को भी चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। उन्हें संतोषजनक जवाब भी नहीं मिल रहा है। पटेल नगर वासी प्रदीप कुमार शनिवार को जीजेयू में अपने दस्तावेज लेकर पहुंचा। उसने जीजेयू प्रशासन पर परीक्षा में उपस्थित होने पर भी गैरहाजिर दिखाने का आरोप लगाया।
सेंटर हुए चौकन्ने
दिल्ली से आए विद्यार्थियों के जीजेयू पर प्रदर्शन के बाद विवि से जुड़े स्टडी सेंटर चौकन्ना हो गए हैं। आने वाले अभिभावक और विद्यार्थियों को संतुष्ट करने की पूरी कोशिश की जा रही है जो अभिभावक इस पर भी संतुष्ट नहीं हैं तो उनसे कहा जा रहा है कि आसपास पता कर लो इसके बाद कोर्स करा लेना। 

जीजेयू के शहर के अलावा देश के कई कोनों में स्टडी सेंटर खुले हैं। दिल्ली में जगन्नाथ इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साइंस के विद्यार्थियों ने बीसीए और एमसीए की परीक्षा का रिजल्ट लगातार खराब आने पर जीजेयू के कुलपति के कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों से नोकझोंक भी हुई। हारकर उन्हें 17 मई को पुनर्मूल्यांकन कराने के आश्वासन पर लौटाना पड़ा।

कई यूनिवर्सिटी से जुड़े हैं

एक स्टडी सेंटर पर जानकारी मिली कि वह सेंटर जीजेयू के अलावा एमडीयू रोहतक से भी मान्यता है। केयूके से भी मान्यता की बात चल रही है। एमसीए कोर्स की फीस और परीक्षा परिणाम के बारे में बताया कि कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है। 50 हजार रुपये फीस ली जा रही है। इसमें स्टडी मेटेरियल और रेगुलर क्लासों की सुविधाएं हैं। परीक्षा परिणाम के बारे में वे कहने लगे कि यह मामला जांच का है कि गलती विवि से हुई या सेंटर पर हुई।

अभी तक किसी छात्र के परीक्षा में उपस्थित होने और विश्वविद्यालय की ओर से उसको गैरहाजिर दिखा फेल किए जाने की शिकायत मेरे संज्ञान में नहीं आई है। अगर ऐसा है कोई मामला सामने आता है तो इसकी जांच की जाएगी।

आरएस जागलान, रजिस्ट्रार, जीजेयू।

पटेल नगर के प्रदीप कुमार पुत्र जयभगवान सिंह का दावा है कि एमसीए फाइनल ईयर के सभी पेपर दिए थे। उन्हें कोड नंबर 305 मैथमेटिक्स के पेपर में गैरहाजिर दिखाकर फेल कर दिया। जब मार्कशीट हाथ में आई तो हैरान रह गया। आरोप था कि जब उन्होंने पेपर दिए तो गैरहाजिर कर फेल कर दिया। अब प्रवेश पत्र व अन्य साक्ष्यों को लेकर वे डिस्टेंस एजूकेशन सेंटर में चक्कर लगा रहे हैं।