Saturday, May 12, 2012

बिना रोल नंबर के छात्राएं दे चुकी हैं परीक्षा, रिजल्ट पर संशय गायब परीक्षा फार्म मिलने पर हड़कंप


प्रियदर्शनी इंदिरा गांधी राजकीय महिला महाविद्यालय से सात माह पहले गायब छात्राओं के परीक्षा फार्मों में से कई दर्जन फार्म शुक्रवार को कालेज की नई बिल्डिंग के कूड़े से बरामद हुए हैं। गायब फार्मों के मामले में कालेज क्लर्क रोहताश पर गाज गिर चुकी है। छात्राएं बिना रोल नंबर के परीक्षाएं दे चुकी हैं, लेकिन सात माह बाद गायब फार्मों के कूड़े में मिलने से कालेज प्रशासन में हड़कंप है। फार्मों का पुरानी बिल्डिंग से नई बिल्डिंग के कूड़े तक पहुंचना रहस्य बन गया है। कूड़े में मिले परीक्षा फार्मों से छात्राएं अपने भविष्य को लेकर आशंकित हैं। उधर, प्राचार्य संस्था को बदनाम करने और कुछ लोगों के पूरे घटनाक्रम के पीछे होने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं।
यह है मामला ः
प्रियदर्शनी इंदिरा गांधी राजकीय महिला महाविद्यालय की नई इमारत की दूसरी मंजिल पर शुक्रवार सुबह बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा गीता जांगड़ा, पूजा रानी, निशा, पूनम देवी, पूनम रेढू, दीपिका, सुमन, रीना, प्रगति, रूबी, अंजली मदान के परीक्षा फार्म कूड़े में मिलने से हड़कंप मच गया। छात्राओं ने नौ सितंबर 2011 को परीक्षा फार्म भरे थे। उसके बाद फार्म कालेज से संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गए। दिसंबर 2011 में आयोजित परीक्षा में रोल नंबर न मिलने पर छात्राओं ने खूब बवाल काटा, और कालेज प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया था। इसकी गाज क्लर्क रोहताश पर गिरी थी। कालेज प्रशासन ने केयूके प्रशासन के साथ मिलकर छात्राओं के रोल नंबर हासिल किए, लेकिन बीस छात्राओं को केयूके ने फिर भी रोल नंबर जारी नहीं किए। शुक्रवार को जो फार्म मिले हैं उन्हीं 20 छात्राओं में से 11 के परीक्षा फार्म हैं।
प्राचार्य डा. एसके आहूजा ने कहा कि परीक्षा फार्म पुरानी इमारत से गायब हुए थे। गायब फार्मों का नई इमारत में कूड़े में पाया जाना संदेह पैदा कर रहा है। यह एक सुनियोजित षडयंत्र दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि जिन छात्राओं के रोल नंबर नहीं मिले थे, उनके स्टे केस बनाकर विश्वविद्यालय को भेजे गए हैं। इनका परीक्षा परिणाम अवश्य आएगा। परीक्षा फार्मों के मिलने के बारे में जांच के निर्देश दे दिए गए हैं।
असमंजस में छात्राएं