Saturday, June 9, 2012

अब स्कूली बच्चों की सेहत सुधारने को चलेगा अभियान

राज्य सरकार ने इंदिरा बाल स्वास्थ्य योजना के तहत आंगनबाड़ी और सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में 18 वर्ष तक की आयु वर्ग के बच्चों को निश्शुल्क उपचार उपलब्ध कराने के लिए दो करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है। इसके अलावा स्कूली बच्चों में खून की कमी दूर करने को साप्ताहिक फॉलिक एसिड पूरक कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव नवराज संधू ने शुक्रवार को पंचकूला में स्वास्थ्य, शिक्षा तथा महिला एवं बाल विकास विभागों के अधिकारियों की बैठक में यह जानकारी दी। बैठक में तय हुआ कि इंदिरा बाल स्वास्थ्य योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा तथा महिला एवं बाल विकास विभागों के बीच बेहतर तालमेल किया जाएगा। नवराज संधू ने बताया कि स्कूली बच्चों में खून की कमी की समस्या दूर करने के लिए वर्ष 2012-13 के दौरान साप्ताहिक आयरन फॉलिक एसिड पूरक कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बच्चों की जांच के लिए स्कूलों से नोडल शिक्षकों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। कद, भार मापन और बीएमआइ की गणना स्कूल स्वास्थ्य कार्ड का हिस्सा होगी। सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के सभी बच्चों को इस कार्यक्रम के तहत कवर किया जाएगा। बच्चों को उपचार के लिए अस्पतालों में भेजने और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराकर उनका पूर्ण उपचार कराने पर बैठक में सहमति बनी। इंदिरा बाल स्वास्थ्य योजना 26 जनवरी 2010 को शुरू की गई थी।