Friday, June 15, 2012

बीडीएस नहीं, एमडीएस ही अब लगेंगे डेमोंस्ट्रेटर

पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विश्वविद्यालय (पीजीआईएमएस) ने डेमोंस्ट्रेटर के पद की नियुक्ति की योग्यता बदल दी है। जुलाई से शुरू हो रहे नए सत्र से बीडीएस की जगह एमडीएस पात्र अभ्यार्थी ही डेमोंस्ट्रेटर लगेंगे। नई शैक्षणिक योग्यता की शर्त का प्रस्ताव मंजूर होते ही प्रदेश के एकमात्र गवर्नमेंट डेंटल कालेज ने तीन साल के लिए 27 डेमोंस्ट्रेटर नियुक्त करने का निर्णय ले लिया है। हालांकि पीजीआईएमएस के इस फैसले से बीडीएस विद्यार्थियों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। विवि के योग्यता शर्त बदलने के फैसले से बीडीएस विद्यार्थियों में विरोध के स्वर भी बढ़ रहे हैं। 

सूत्रों के मुताबिक गवर्नमेंट डेंटल कालेज में डेमोंस्ट्रेटर के 27 पद रिक्त हैं। इनमें 12 पद सामान्य श्रेणी, चार ओबीसी, चार एससी, चार एचसीएमएस, दो एक्स सर्विसमैन व एक विकलांग श्रेणी का है। इन पदों को भरने के लिए डेंटल कालेज की ओर से भेजे गए प्रस्ताव को पीजीआईएमएस ने मंजूर कर लिया है। पहले डेमोंस्ट्रेटर पद के लिए बीडीएस पास आवेदन करते थे, लेकिन अब सिर्फ एमडीएस डिग्री धारक ही इसके लिए आवेदन कर सकेंगे। डेंटल कालेज की सिफारिश पर किए गए इस बदलाव का सीधा असर प्रदेश के दस अन्य डेंटल कालेजों से हर साल निकलने वाले करीबन 850 बीडीएस विद्यार्थियों पर पड़ेगा। अब उन्हें भी डेमोंस्ट्रेटर लगने के लिए एमडीएस की डिग्री करनी पड़ेगी। मेडिकल कालेज में डेमोंस्ट्रेटर एमबीबीएस डिग्री धारक ही नियुक्त होते हैं। 

डेमोंस्ट्रेटर का वेतन 50 हजार महीना 

डेमोंस्ट्रेटर के पद पर नियुक्तहोने वाले अभ्यार्थी को हर माह 50 हजार रुपए वेतन मिलता है। बेरोजगारी की वजह से बीडीएस विद्यार्थियों को उम्मीद रहती थी कि वे डिग्री के बाद डेमोंस्ट्रेटर लग जाएंगे और एमडीएस या फिर अन्य उच्च शिक्षा की तैयार करेंगे, लेकिन अब उनकी उम्मीदों को तगड़ा झटका दिया गया है। 

५ पद भरे जाएंगे एसआर के 

डेंटल कालेज में में सीनियर रेजीडेंट के पांच पद रिक्त पड़े हैं। इन्हें भरने के लिए एमडीएस विद्यार्थियों से आवेदन मांगे हैं। इन पदों की योग्यता में कोई बदलाव नहीं किया गया है। 

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