Monday, August 27, 2012

HBSE Ne HTET Candidates Ko Nhi Di puri Jankari

एचटेट की ओएमआर शीट देखने पहुंचे अभ्यर्थियों ने बोर्ड पर जानकारी छिपाने का आरोप लगाया
HTET RTIहरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने एचटेट की उत्तर पुस्तिका, प्रश्नपत्र और ओएमआर शीट दिखाने के नाम पर हमारे साथ मजाक किया है। संदेहास्पद प्रश्नों पर भी हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई। कहा गया कि उनकी एक्सपर्ट कमेटी के अनुसार यही सही है। यह कहना है हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड में अपनी उत्तर पुस्तिका, प्रश्न पत्र और ओएमआर शीट का निरीक्षण करने वाले अभ्यार्थियों का। राज्य सूचना आयोग के निर्देश पर तीन अभ्यार्थियों को उत्तर पुस्तिका निरीक्षण के लिए रविवार को बोर्ड बुलाया गया। तीनों ने ही निरीक्षण के बाद असंतुष्टि जताई। उत्तर पुस्तिकाओं के निरीक्षण के लिए तीनों अभ्यर्थी पानीपत की रेखा, हिसार की सुषमा, महेंद्रगढ़ की सरोज सुबह नौ बजे ही हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड पहुंच गए थे। करीब साढ़े 11 बजे इन्हें गोपनीय शाखा के सुपरिटेंडेंट के कक्ष में उत्तर पुस्तिका, ओएमआर शीट और प्रश्न पत्र की स्कैन कॉपी दिखाई गई। इससे पहले तीनों अभ्यार्थियों को निर्देश दिए गए कि वे अपने साथ कोई कागज-कलम या मोबाइल नहीं ले जा सकते। कोई प्रश्न नोट नहीं कर सकते। तीनों को एक घंटे का समय दिया गया।

तीनों अभ्यार्थियों ने निरीक्षण के बाद कमरे में ही भरवाए फार्म पर लिखा कि वे निरीक्षण से असंतुष्ट हैं। अभ्यर्थी सरोज ने बताया कि उन्हें कई प्रश्नों पर संदेह है। डेढ़ सौ प्रश्नों को याद नहीं रखा जा सकता। उन्हें इनकी फोटो कॉपी या प्रश्न नोट करने दिए जाने चाहिए थे। मगर, ये तो गलत को भी सही बता रहे है। कहते हैं कि हमारे एक्सपर्ट का निर्णय ही अंतिम होगा।
कई प्रश्न संदेहास्पद 
अभ्यर्थी रेखा ने बताया कि कई प्रश्न संदेहास्पद थे। इनमें एक प्रश्न क्रमांक 22 था- एजुकेशन सिस्टम इज बेस आफ इंडिया? इसके विकल्प थे- एक: टू प्रिपेयर ऑफ वोकेशनल, दो-:टू प्रिपेयर ऑफ नॉलेज, तीन: टू प्रिपेयर ऑफ एजुकेशन और चार: टू प्रिपेयर आफ एग्जामिनेशन। अधिकतर अभ्यार्थियों ने तीसरा विकल्प चुना, जबकि बोर्ड के अधिकारी चौथे विकल्प को सही बता रहे हैं। ऐसे ही एक प्रश्न था- मुद्रा के अर्थ का सही कॉम्बिनेशन क्या है। इसके विकल्पों पर संदेह रहा। बोर्ड के अधिकारी कहते हैं कि उनके एक्सपर्ट का निर्णय अंतिम होगा। ऐसा ही कुछ सुषमा ने बताया। अभ्यार्थियों ने प्रश्न पत्र की कॉपी नहीं देने पर भी नाराजगी जताई। अगर कॉपी मिल जाती तो उन्हें देखकर फिर तसल्ली हो जाती, मगर कॉपी नहीं दी गई। 

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