चार साल के शैक्षणिक अनुभव के फैसले को वापस लेने की मांग को लेकर पात्र अध्यापकों ने रविवार को शहर में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी प्रमाण पत्रों की शव यात्रा निकालकर खेड़ी साध स्थित चौ. रणबीर सिंह की स्मृति स्थल की तरफ बढ़े तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस पर मामूली झड़प भी हुई। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अब आर-पार की लड़ाई होगी और सरकार को अपना फैसला वापस लेना पड़ेगा। अगर सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो वे किसी हद तक भी जा सकते हैं।
रविवार सुबह छोटूराम धर्मशाला में काफी संख्या में पात्र अध्यापक एकत्रित हुए। पात्र अध्यापकों को संबोधित करते हुए प्रेस प्रवक्ता प्रेम अहलावत ने कहा कि गेस्ट टीचरों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार ने यह निर्णय लिया है। जो गलत है, छोटूराम धर्मशाला के बाहर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने उन्हें समझाया।
रोहतक में छोटूराम पार्क के बाहर पात्रता अध्यापकों द्वारा प्रमाण पत्रों की निकाली गई शव यात्रा के दौरान पुलिस के साथ हुई झड़प।
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