नियमित अध्यापक भर्ती में चार वर्ष के अनुभव वाले शिक्षकों को पात्रता परीक्षा से छूट देने के निर्णय के खिलाफ पात्र अध्यापकों ने शनिवार को शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल से उनके आवास पर मुलाकात की और कड़ा विरोध जताया। उन्होंने पात्रता से छूट संबंधी निर्णय वापस लेने की मांग की। शिक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया कि मामले को मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगी। बैठक के उपरांत पात्र अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा कि अगर सरकार द्वारा निर्णय वापस नहीं लिया गया तो पात्र अध्यापकों के समक्ष आत्मबलिदान के सिवाय कोई चारा नहीं होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि 1 मई को प्रदेश के हजारों पात्र अध्यापक रोहतक में सामूहिक आत्मदाह कर लेंगे, जिसकी जिम्मेदारी सरकार
पर होगी। संघ के प्रतिनिधिमंडल में अर्चना सुहासिनी, प्रेम अहलावत, अनिल अहलावत, राकेश, संदीप, गुरदीप, जसपाल व रविंद्र शामिल रहे। दूसरी तरफ पंचकूला स्थित शिक्षा निदेशालय पर पात्र अध्यापक संघ द्वारा निरंतर विरोध स्वरूप पात्रता परीक्षा शोकसभा दसवें दिन भी जारी रही। संघ की महिला विंग की अध्यक्ष अर्चना सुहासिनी ने कहा कि सरकार द्वारा नए बनाए सर्विस रूल असवैधानिक हैं।
पर होगी। संघ के प्रतिनिधिमंडल में अर्चना सुहासिनी, प्रेम अहलावत, अनिल अहलावत, राकेश, संदीप, गुरदीप, जसपाल व रविंद्र शामिल रहे। दूसरी तरफ पंचकूला स्थित शिक्षा निदेशालय पर पात्र अध्यापक संघ द्वारा निरंतर विरोध स्वरूप पात्रता परीक्षा शोकसभा दसवें दिन भी जारी रही। संघ की महिला विंग की अध्यक्ष अर्चना सुहासिनी ने कहा कि सरकार द्वारा नए बनाए सर्विस रूल असवैधानिक हैं।