पात्र अध्यापक बलिदान रैली को समाप्त कर सेक्टर-छह स्थित रैली स्थल से बाहर निकले तो पुलिस व पात्र अध्यापकों के बीच झड़प हो गई। भारी पुलिस बल ने सभी पात्र अध्यापकों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पहले से ही रैली स्थल के बाहर रोडवेज की बसों सहित अन्य पुख्ता प्रबंध कर रखे थे। प्रशासन का कहना था कि पात्र अध्यापकों के पास सिर्फ रैली की अनुमति थी न कि प्रदर्शन करने की।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार रविवार को सेक्टर-छह स्थित रैली स्थल पर पात्र अध्यापक एकत्रित हुए। बलिदान दिवस के रुप में रैली आयोजित की। रैली को संबोधित करते हुए प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा कि अब उनका भविष्य अधंकार में जा चुका है, क्योंकि सरकार ने उनके साथ कोई न्याय नहीं किया। सरकार बार-बार गेस्ट टीचरों को ही बढ़ावा दे रही है। यहां तक कि गेस्ट टीचरों को बचाने के लिए कोर्ट के फैसले तक की अवमानना की है। अब आर-पार की लड़ाई का वक्त आ गया है। उन्होंने कहा कि जो लगातार चार बार पात्रता परीक्षा में बैठकर इसे पास नहीं कर पाए, उन्हें अध्यापक लगाकर सरकार हरियाणा की शिक्षा व्यवस्था का जनाजा निकालने की तैयारी कर रही है। ये हरियाणा की जनता के लिए शुभ संकेत नहीं है।
रैली के बाद पात्रता अध्यापक आत्मदाह करने के लिए रैली स्थल से बाहर निकले तो पुलिस ने उन्हें वहीं रोक दिया। इस दौरान पुलिस और पात्र अध्यापकों के बीच कई बार झड़प भी हुई। प्रशासन ने उन्हें कहा कि उनके पास प्रदर्शन की अनुमति नहीं है। इसलिए वे शांतिपूर्वक चले जाएं। परंतु पात्र अध्यापक नहीं माने और उन्होंने रैली स्थल से बाहर निकलने का प्रयास किया तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पहले ही किसी भी अनहोनी घटना को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए थे।