फौज मे भर्ती होेने वाले हजारों उम्मीदवारों की निगाहें अब मेरिट सूची के अंकों पर टिक गई हैं। 1600 मीटर दौड़, बीम और मेडिकल में अधिक अंक लेने वाले उम्मीदवारों को कुछ समय बाद लिखित परीक्षा में बैठना पड़ेगा।
इस परीक्षा के बाद ही मेरिट में आने वाले उम्मीदवारों का अंतिम चयन किया जाएगा। पिछले नौ दिनों से एआरओ अंबाला सेना कार्यालय द्वारा की जा रही भर्ती प्रक्रिया का वीरवार को शारीरिक टेस्ट प्रक्रिया के साथ समापन हो गया।
इस दौरान अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, पंचकूला, यमुनानगर और चंडीगढ़ से 34 हजार उम्मीदवारों ने 1600 मीटर दौड़ प्रक्रिया तक भाग लिया।
हालांकि शारीरिक रूप से फिट उम्मीदवारों का सही आंकड़ा 8 व 9 जून को मेडिकल टेस्ट के बाद ही सामने आ पाएगा। इस क्षेत्र से सालों बाद फौज में भर्ती होने के लिए हजारों उम्मीदवारों ने एआरओ अंबाला कार्यालय पर दस्तक दी। उम्मीदवारों के इस जोश को देखकर सेना के अधिकारी भी खुश नजर आए।
भर्ती प्रक्रिया के निदेशक कर्नल एसके प्रसाद ने बताया कि एआरओ अंबाला कार्यालय द्वारा की जा रही सेना में हवलदार शिक्षक, सैनिक जनरल ड्यूटी व सैनिक लिपिक, स्टोरकीपर तकनीकी की खुली भर्ती प्रक्रिया में 34 हजार उम्मीदवारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। 30 मई को तीन राज्यों से हवलदार शिक्षक और सात जिलों से सिर्फ सिख, मजहबी व रामदासिया के 3298 उम्मीदवारों ने दौड़ प्रक्रिया में भाग लिया। इसके अलावा 31 मई को कुरुक्षेत्र से 2471 उम्मीदवारों, 1 जून को अंबाला, पंचकूला एवं चंडीगढ़ से 2976 उम्मीदवार, 2 जून को कैथल से 3782, 3 जून को करनाल से 3633, 4 जून को यमुनानगर 4748 उम्मीदवाराें ने सेना में भर्ती होने के लिए द्रोणाचार्य स्टेडियम में प्रवेश किया। 5 जून को सैनिक लिपिक व स्टोरकीपर की भर्ती के लिए कुरुक्षेत्र व करनाल से 5080 व 6 जून को अंबाला व यमुनानगर से 4170 उम्मीदवार पहुंचे। वीरवार को सैनिक लिपिक पद के लिए कैथल, पंचकूला एवं चंडीगढ़ से 4500 उम्मीदवारों ने स्टेडियम में प्रवेश पाया। इनमें से 1500 उम्मीदवारों को कद में रिजेक्ट कर दिया गया।
अंतिम प्रक्रिया तक केवल 225 उम्मीदवार पहुंच पाए हैं। 8 व 9 जून को मेडिकल टेस्ट के लिए रिजर्व किया गया है।