जिला में शिक्षा अधिकारियों के कार्यालय पर धरने प्रदर्शन अब रोजमर्रा का काम हो गया है। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ का अपनी मांगों के समर्थन में आज सातवें दिन भी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना जारी रहा, जबकि हरियाणा मास्टर वर्ग एसो. ने जिला प्रधान करनैल सिंह लालैण की अध्यक्षता में जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में धरना दिया।
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के धरने के दौरान अध्यापकों ने नारेबाजी करके रोष जताया। इस मौके पर उपप्रधान रोशन राणा ने कहा कि अधिकारी अध्यापकों की मांगों को अनदेखा कर रहे हैं। जिला प्रधान बलराज सिंह ने बताया कि जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को संघ से बातचीत करके मांगों बारे समाधान करना चाहिए था, लेकिन अधिकारी का अडिय़ल रवैया संघ सहन नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि संघ अपने आंदोलन को और तेज करेगा। इस अवसर पर जीत सिंह मान, चरण जीत सिंह, नरेश शर्मा, इंदू लाठर, निर्मला देवी, पूनम मलिक, नीरजा शर्मा, मीना कुमारी, महिंद्र मान, संजीव ठाकुर, महीपाल जैन, स्वर्णपाल सिंह, बलवंत सिंह, सतिंद्र कुमार, अनिल सैनी, हुकम चंद, हुकम सिंह राणा, बहादुर राणा, रामपत, सुरेंद्र कुमार, मलखान सिंह, जयभान शास्त्री, रामपाल शास्त्री, श्यामलाल, विक्रम सिंह, प्रदीप भारद्वाज, मनमोहन वर्मा, जयप्रकाश, ओमबीर पुंडीर आदि ने संबोधित किया।
दूसरी ओर हरियाणा मास्टर वर्ग एसो. ने जिला प्रधान करनैल सिंह लालैण की अध्यक्षता में जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में धरना दिया। जिला प्रधान करनैल सिंह लालैण ने बताया कि यह धरना सरकार द्वारा मिडल स्कूल हैडमास्टर के पद पर पदोन्नति के लिए 50 प्रतिशत अंकों को लेकर किया जा रहा है। जिला प्रधान ने कहा कि जब से शिक्षा विभाग शुरु हुआ है तब से वरिष्ठता के अनुसार ही पदोन्नति होती आई है। उन्होंने कहा कि जो मास्टर 30 वर्ष से कार्यरत है तथा रिटायरमेंट के नजदीक है तथा वे मास्टर ही भर्ती हुए थे व मास्टर ही रिटायर हो जाएंगे। उनके मान सम्मान को हरियाणा सरकार तहस नहस करने के लिए तुगलकी फरमान जारी कर रही हैं। इस दौरान सरकार ने हैडमास्टर पद से प्रधानाचार्य के पद पर प्रमोश्र के लिए 33 प्रतिशत व प्राध्यापक पद से प्रमोशन के लिए 67 प्रतिशत की जो शर्त रखी है वह भी सरासर गलत व अन्यायपूर्ण है। इस अवसर पर राममेहर मलिक, धर्मपाल, सर्वजीत मान, दिनेश, बलबीर, सुखवंत, प्रदीप पन्नू, पंकज परूथी, विनोद, रिषीपाल, सुशील गौतम, अम्बुज, सुदर्शन व शंमी मल्हौत्रा, जयकुमार आदि उपस्थित रहे।
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के धरने के दौरान अध्यापकों ने नारेबाजी करके रोष जताया। इस मौके पर उपप्रधान रोशन राणा ने कहा कि अधिकारी अध्यापकों की मांगों को अनदेखा कर रहे हैं। जिला प्रधान बलराज सिंह ने बताया कि जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को संघ से बातचीत करके मांगों बारे समाधान करना चाहिए था, लेकिन अधिकारी का अडिय़ल रवैया संघ सहन नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि संघ अपने आंदोलन को और तेज करेगा। इस अवसर पर जीत सिंह मान, चरण जीत सिंह, नरेश शर्मा, इंदू लाठर, निर्मला देवी, पूनम मलिक, नीरजा शर्मा, मीना कुमारी, महिंद्र मान, संजीव ठाकुर, महीपाल जैन, स्वर्णपाल सिंह, बलवंत सिंह, सतिंद्र कुमार, अनिल सैनी, हुकम चंद, हुकम सिंह राणा, बहादुर राणा, रामपत, सुरेंद्र कुमार, मलखान सिंह, जयभान शास्त्री, रामपाल शास्त्री, श्यामलाल, विक्रम सिंह, प्रदीप भारद्वाज, मनमोहन वर्मा, जयप्रकाश, ओमबीर पुंडीर आदि ने संबोधित किया।
दूसरी ओर हरियाणा मास्टर वर्ग एसो. ने जिला प्रधान करनैल सिंह लालैण की अध्यक्षता में जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में धरना दिया। जिला प्रधान करनैल सिंह लालैण ने बताया कि यह धरना सरकार द्वारा मिडल स्कूल हैडमास्टर के पद पर पदोन्नति के लिए 50 प्रतिशत अंकों को लेकर किया जा रहा है। जिला प्रधान ने कहा कि जब से शिक्षा विभाग शुरु हुआ है तब से वरिष्ठता के अनुसार ही पदोन्नति होती आई है। उन्होंने कहा कि जो मास्टर 30 वर्ष से कार्यरत है तथा रिटायरमेंट के नजदीक है तथा वे मास्टर ही भर्ती हुए थे व मास्टर ही रिटायर हो जाएंगे। उनके मान सम्मान को हरियाणा सरकार तहस नहस करने के लिए तुगलकी फरमान जारी कर रही हैं। इस दौरान सरकार ने हैडमास्टर पद से प्रधानाचार्य के पद पर प्रमोश्र के लिए 33 प्रतिशत व प्राध्यापक पद से प्रमोशन के लिए 67 प्रतिशत की जो शर्त रखी है वह भी सरासर गलत व अन्यायपूर्ण है। इस अवसर पर राममेहर मलिक, धर्मपाल, सर्वजीत मान, दिनेश, बलबीर, सुखवंत, प्रदीप पन्नू, पंकज परूथी, विनोद, रिषीपाल, सुशील गौतम, अम्बुज, सुदर्शन व शंमी मल्हौत्रा, जयकुमार आदि उपस्थित रहे।
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