Tuesday, July 3, 2012

अब एजुकेशन लोन लेना आसान नहीं

एक जुलाई से लागू नई एजुकेशन मॉडल स्कीम के बाद एजुकेशन लोन देने में बैंक काफी सख्ती बरत सकते हैं। बैंकर्स के अनुसार एजुकेशन लोन में पिछले कुछ वर्षों में गैर निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) तेजी से बढ़ी हैं। नई मॉडल स्कीम में ऐसे कई प्रावधान हैं जिसके बाद एजुकेशन लोन के डिफॉल्ट में कमी आएगी। बैंकर्स के अनुसार एजुकेशन लोन स्वीकृत करते समय वे अब पहले से कहीं ज्यादा सतर्क हो जाएंगे। साथ ही बैंक निगरानी प्रणाली को भी बेहतर करेंगे।
पंजाब नेशनल बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 'बिजनेस भास्कर' को बताया कि नई मॉडल स्कीम में ऐसे कई प्रावधान हैं जिससे एजुकेशन लोन देने में काफी सतर्कता आएगी। बैंक मैनेजमेंट कोटे वाली सीट में प्रवेश लेने पर एजुकेशन लोन नहीं देने का प्रावधान कर सकते हैं।
साथ ही विद्यार्थियों के लिए कर्ज स्वीकृत करते वक्त पैन कार्ड की फोटो कॉपी देने की शर्त बैंक लगा सकते हैं। इसमें ऐसे विद्यार्थी जिनकी उम्र 18 साल से कम होगी, उनके माता-पिता के पैन कार्ड की फोटो कॉपी लेने का भी प्रावधान किया जा सकता है।
अधिकारी के अनुसार एजुकेशन लोन में डिफॉल्ट काफी बढ़ा है। ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि बैंक अब पहले की तुलना में काफी सतर्क रहें।

उन्होंने बताया कि विदेशों में कई ऐसे पाठ्यक्रम हैं जिनकी मान्यता नहीं के बराबर है। इन पाठ्यक्रमों से जुड़े छात्र विदेश जाने के लिए लोन स्वीकृत करा लेते हैं, पर उसे वितरित नहीं कराते हैं। नई स्कीम लागू होने के बाद इस तरह की धोखाधड़ी में कमी आएगी।

लोन के लिए आवदेन करते वक्त देना होगा पैनकार्ड नंबर। 18 साल से कम के छात्र के माता-पिता का पैनकार्ड लगेगा।

किसी भी शैक्षणिक संस्था में मैनेजमेंट कोटे से प्रवेश लेने वालों को नहीं मिलेगा लोन

विदेशों में अध्ययन के लिए लोन यूनिवर्सिटी और कोर्स की व्यापक पड़ताल के बाद। 

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