हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ की दो दिवसीय राज्य कार्यकारिणी की बैठक राज्य प्रधान बजीर सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक का संचालन राज्य महासचिव सीएन भारती ने किया। राज्य के प्रदेश प्रेस सचिव महीपाल चमरोड़ी तथा उपमहासचिव सुरजीत सिंह सैनी ने बताया कि विभाग की गलत नीतियों के विरोध में अगस्त माह में सघन अभियान चलाते हुए जिलों में कार्यकर्ता सम्मेलन किए जाएंगे तथा जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालयों पर धरने आयोजित किए जाएंगे। इसके तहत 30 जुलाई को सिरसा, महेन्द्रगढ़, पंचकूला, कुरूक्षेत्र, रोहतक में, 3 अगस्त को रेवाड़ी, फतेहाबाद, पलवल, गुडगांव, यमुनानगर तथा 7 अगस्त को हिसार, फरीदाबाद, कैथल, मेवात तथा झज्जर में, 9 अगस्त को भिवानी, अम्बाला, करनाल, जींद, सोनीपत, पानीपत में जिला स्तरीय धरने दिए जाएंगे। राज्य कार्यकारिणी की बैठक में शिक्षा विभाग द्वारा जानबूझ कर पदोन्नतियों में बरती जा रही ढील की कड़े शब्दों में निंदा की गई। राज्य प्रधान बजीर सिंह ने कहा कि अब 11 अप्रैल से सेवा नियम बदले जा रहे हैं जिससे अधिकतर सेवारत अध्यापक पदोन्नति से वंचित रह जायेंगे, जबकि हरियाणा में लगभग 1400 हाई स्कूलों में मुख्याध्यापक के पद खाली पड़े हैं। संघ के कोषाध्यक्ष राजेन्द्र बाटू व वरिष्ठ उपप्रधान गजे सिंह भ्याना ने सरकार से मांग की है कि 11 अप्रैल से पहले लगे अध्यापकों की पदोन्नतियों में अंक प्रतिशतता की शर्त हटाई जाए। राज्य कार्यकारिणी की बैठक में सभी जिलों के पदाधिकारियों के अलावा राज्य उपप्रधान रामकिशन, धर्मेन्द्र ढांडा, सचिव सुमन बाला, याद राम, जगतार सिंह, रमेश कुमार ऑडिटर जयप्रकाश, बलजीत सिंह, कार्यालय सचिव सत्यनारायण यादव, आमंत्रित सदस्य सुलतान खान, बलजीत शास्त्री, अनिल सैनी, भूपेन्द्र ङ्क्षसह, राजपाल मित्ताथल ने विशेष तौर पर भाग लिया।
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