परीक्षाओं का समय आते ही महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय की परीक्षा नियंत्रक ब्रांच हर बार नए-नए कारनामे करने लगती है। इस बार तो बहुत ही हास्यास्पद मामला सामने आया है। एक तरफ तो विश्वविद्यालय नकल पर रोक लगाने के प्रति गंभीर होने का दावा करता है और दूसरी तरफ ऐसी नकलचियों को पकडऩे के लिए ऐसे फ्लाइंग दस्ते बनाए जाते हैं जिनमें महिला प्राध्यापकों को शामिल ही नहीं किया जाता। इससे भी हास्यास्पद बात यह है कि जैंट्स फ्लाइंग के दस्ते महिला कॉलेजों में जाकर चेकिंग करने का नाटक करते हैं। शायद विभाग को इस बात का इंतजार है कि फ्लाइंग दस्ता छात्राओं के पास पहुंचेगा और छात्राएं खुद खड़ी होकर कहेंगी लीजिए सर मैं पर्ची लेकर आई हूं। मेरी यूएमसी बना दीजिए।