Monday, May 21, 2012

बीटेक एंट्रेंस में धरा गया हाईटेक मुन्नाभाई


एएमयू की रविवार को हुई बीटेक प्रवेश परीक्षा का पेपर लीक हो गया। परीक्षा में नाम बदल कर बैठे एक फर्जी अभ्यर्थी ने इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की सहायता से परीक्षा के शुरुआती 15 मिनटों में कुछ प्रश्नों की तस्वीरें लखनऊ बैठे गिरोह के कंट्रोल रूम तक पहुंचा दीं। यहां से पेपर को सॉल्व करके परीक्षा में बैठे अन्य अभ्यर्थियों को डिक्टेट किया जाना था, लेकिन अलीगढ़ में पकड़े गए इस गिरोह के सदस्य के बाद सारी प्लानिंग चौपट हो गई।
पकडे़ गए फर्जी अभ्यर्थी को पुलिस के हवाले कर दिया गया है। जनवरी में एम्स में एमडी की प्रवेश परीक्षा में भी मुन्नाभाइयों ने इसी तरह की तकनीकी का इस्तेमाल किया था।
डिप्टी प्रॉक्टर डॉ. नैयर आसिफ ने बताया कि मूल रूप से बिहार के जिला गोपालगंज में गांव दिपहौटी निवासी मेराज पुत्र अली हसन एएमयू बीटेक की प्रवेश परीक्षा में जीशान के नाम से बैठा था। मेराज का परीक्षा केंद्र कैंपस के भू-गर्भ विज्ञान विभाग में था। प्रवेश पत्र पर फोटो इसी का था।
मोबाइल से लिंक वेबकैम लगा था कलाई में बंधी घड़ी में, कैमरा से पेपर के फोटो खींचकर लखनऊ कंट्रोल रूम भेज रहा था सॉल्वर
रिस्टवॉच में इनबिल्ड कैमरा लगा था। जिसेे महीन स्किनकलर वायर की मदद से ट्रांसमीटर से अटैच किया गया था। यह वायर बगल से होते हुए ट्रांसमीटर से इमेज क्लियर कर मोबाइल तक पहुंच रहा था। मोबाइल में जीपीआरएस को फुल स्पीड से चलाने के लिए एक छोटा एंटीना लगाया गया था। पैर में टेप की मदद से बंधी बैटरी से ट्रंासमीटर सहित पूरे गैजेट्स को कनेक्ट किया गया था। एक बैटरी स्टैंडबाय थी। मेराज से ट्रांसमीटर, एंटीना, स्किन कलर इयररिंग्स भी मिली है।
कैसे किया हाई टेक गैजेट्स इस्तेमाल