जून की छुट्टियों में मास्टर जी कई बार बच्चों को इतना ढेर सारा होमवर्क देते हैं कि मानो ये छुट्टियां मास्टर जी का होमवर्क करने के लिए ही हुई हों। कई बार बच्चों को होशियारी बरतनी पड़ती है। वे अपना होमवर्क किसी दूसरे से करवा लेते हैं, पर इस बार पप्पू को मास्टर जी से धोखा नहीं करना पड़ेगा। इन जून की छुट्टियों में गुरु जी चेलों पर होमवर्क की बिजली नहीं गिराएंगे। बच्चों की पेन घिस घिसकर थकी रहने वाली अंगुलियों को सूबे के डायरेक्टर जनरल स्कूल एजूकेशन ने कुछ राहत दे दी है। उन्होंने मास्टरों को होमवर्क देने में संयम बरतने के निर्देश दे दिए हैं।
दरअसल कई बार उच्चस्तरीय बैठकों में डीजीएसई के सामने ये मुद्दा उठा था कि कई अध्यापक इतना होमवर्क दे देते हैं, जो बच्चे के लिए खुद करना मुमकिन ही नहीं होता। ऐसे में होमवर्क करते वक्त बोरियत पैदा होती है, और वह उसे बोझ की तरह समझता है। इसलिए जून की छुट्टियों में अध्यापकों को रोचक व कम होमवर्क देने के निर्देश दिए गए हैं। कई बार बच्चा होमवर्क कर लाता है, और मास्टर जी उसे चेक ही नहीं करते। ऐसे में अपनी मेहनत खराब जाती देखने पर बच्चे में खीझ पैदा होती है। इसलिए अध्यापकों के लिए
होमवर्क चेक करना भी लाजिमी कर दिया गया है।
ञ्चचौथी पांचवीं के बच्चों से पंजाबी की पाठ पुस्तक में दी कविताओं को गीतों में तैयार करवाएं।
ञ्चवातावरण शिक्षा के छोटे-छोटे प्रोजेक्ट मसलन पौधों के पत्तों फूलों, दालों व अनाज के बीत एकत्रित कर कॉपी पर चिपकाएं व उनके नाम लिखें।
ञ्चअंगुलियों के निशाने से पेंटिंग बनानी।
ञ्चअखबारों में जनरल नॉलेज की बातों को काटकर स्क्रैप बुक पर चिपकाना।
ञ्चगुड्डी पेपर से क्राफ्ट का काम व कपड़े से गुड्डियां पटोले तैयार करना।
ञ्चवेस्ट मटीरियल से सामान तैयार करना व ग्रीटिंग कार्ड बनाना।
ञ्चनैतिक शिक्षा संबंधी कोई कविता या कहानी घर से लिखकर लाना।
ञ्चपंजाबी, हिंदी व अंग्रेजी की सुंदर लिखाई लिखकर लाने व पहाड़े याद करने को कहना।
दरअसल कई बार उच्चस्तरीय बैठकों में डीजीएसई के सामने ये मुद्दा उठा था कि कई अध्यापक इतना होमवर्क दे देते हैं, जो बच्चे के लिए खुद करना मुमकिन ही नहीं होता। ऐसे में होमवर्क करते वक्त बोरियत पैदा होती है, और वह उसे बोझ की तरह समझता है। इसलिए जून की छुट्टियों में अध्यापकों को रोचक व कम होमवर्क देने के निर्देश दिए गए हैं। कई बार बच्चा होमवर्क कर लाता है, और मास्टर जी उसे चेक ही नहीं करते। ऐसे में अपनी मेहनत खराब जाती देखने पर बच्चे में खीझ पैदा होती है। इसलिए अध्यापकों के लिए
होमवर्क चेक करना भी लाजिमी कर दिया गया है।
ञ्चचौथी पांचवीं के बच्चों से पंजाबी की पाठ पुस्तक में दी कविताओं को गीतों में तैयार करवाएं।
ञ्चवातावरण शिक्षा के छोटे-छोटे प्रोजेक्ट मसलन पौधों के पत्तों फूलों, दालों व अनाज के बीत एकत्रित कर कॉपी पर चिपकाएं व उनके नाम लिखें।
ञ्चअंगुलियों के निशाने से पेंटिंग बनानी।
ञ्चअखबारों में जनरल नॉलेज की बातों को काटकर स्क्रैप बुक पर चिपकाना।
ञ्चगुड्डी पेपर से क्राफ्ट का काम व कपड़े से गुड्डियां पटोले तैयार करना।
ञ्चवेस्ट मटीरियल से सामान तैयार करना व ग्रीटिंग कार्ड बनाना।
ञ्चनैतिक शिक्षा संबंधी कोई कविता या कहानी घर से लिखकर लाना।
ञ्चपंजाबी, हिंदी व अंग्रेजी की सुंदर लिखाई लिखकर लाने व पहाड़े याद करने को कहना।