Sunday, June 24, 2012

जरूरत न होने के बावजूद हो रही है कंडक्टरों की भर्ती


देश मे  जहां आर्थिक हालात दिन प्रतिदिन खराब हो रहे हैं और सरकारी खर्चों में कटौती के निर्देश दिए गए हैं वहीं हरियाणा के विपक्षी दल आरोप लगा रहे हैं कि राज्य का खजाना खाली हो चुका है और कर्जों के सहारे सरकार चल रही है ऐसे में हरियाणा सरकार द्वारा न चाहते हुए भी अंधाधुंध परिचालकों की भर्ती की जा रही है जिस पर सरकार को लाखों रुपया बिना काम लिए देना पड़ रहा है।
हरियाणा सरकार द्वारा पिछले कुछ माह से हरियाणा रोडवेज के परिचालकों की भर्ती का सिलसिला जारी है और करीब चार हजार परिचालक भर्ती किए गए हैं। इन परिचालकों को अब राज्य के सभी डिपुओं में भेजा जा रहा है। इन परिचालकों के डिपुओं में पहुंचने के बाद डिपो प्रबंधक भी हैरान है कि आखिर इन से क्या काम लिया जाए क्योंकि परिचालक पहले ही डिपुओ में ज्यादा हैं। अंधाधुंध की जा रही इस भर्ती के तहत कुछ परिचालक तो ड्यूटियों पर इसलिए ले लिए गए हैं क्योंकि सीनियर परिचालकों की पदोन्नति हुई है। इन पदोन्नतियों के बावजूद राज्य के हर डिपो में 50 से अधिक परिचालक अतिरिक्त हैं। इन परिचालकों की आवश्कता नहीं है इसके बावजूद इन्हें प्रतिमाह वेतन देना पड़ेगा। परिचालको ंकी जहां बिना वजह भर्ती की जा रही है वहीं ड्राइवरों की कमी के कारण बसें खड़ी हैं। ड्राइवर नहीं भर्ती किए जा रहे। इसके अलावा रोडवेज कार्यशाला में भी 1993 के बाद से भर्ती नहीं हुई है। यमुनानगर डिपो की अगर बात की जाए तो यहां पर अब 53 परिचालक अतिरिक्त हैं। इस डिपो में इस समय 162 बसें हैं जबकि 170 बसों के अनुपात अनुसार परिचालकों की बात की जाए तो यहां करीब 70 से अधिक परिचालक अतिरिक्त थे लेकिन गत दिनों  सीनियर परिचालकों की पदोन्नति हुई है जिसके चलते अब 53 परिचालकों को बिना काम के वेतन देना पड़ेगा। इस डिपो में करीब दो दर्जन चालकों की कमी है जिसके चलते बसें रोडवेज कार्यशाला में खड़ी रहती हैं और यात्री बसों की इंतजार करते रहते हैं।
हरियाणा रोडवेज वर्कज यूनियन के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष हरिनारायण शर्मा का कहना है कि यूनियन द्वारा लंबे समय से चालकों एवं रोडवेज कार्यशाला हेतु कर्मचारियों की भर्ती किए जाने की मांग की जा रही है लेकिन इस और सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही। उन्होंने कहा कि रोडवेज विभाग पर अतिरिक्त भार डालने की बजाय जिन कर्मचारियों की कमी है उन्हें शीघ्र पूरा किया जाए ताकि अन्य कर्मचारियों पर अतिरिक्त बोझ न पड़े।
यमुनानगर के विधायक दिलबाग सिंह ने आरोप लगाया कि अपने इलाके के लोगों को रोजगार देने के लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हड्डïा जरूरत न होने के बावजूद परिचालकों की भर्ती कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो भी भर्ती होनी चाहिए वह मांग अनुसार होनी चाहिए और इसमें क्षेत्र वाद को बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए।

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